14 July 2020 12:10 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। 'ऑपरेशन राशन घोटाला' में आज हम चार और घोटालेबाजों के नाम उजागर करने जा रहे हैं। इससे पहले लॉक डाउन के दौरान गंगाशहर व नोखा आदि क्षेत्रों के 21 घोटालेबाजों के नाम ख़बरमंडी न्यूज़ ने उजागर किए थे। हालांकि डीएसओ के शॉफ्ट कॉर्नर की वजह से इस मामले में केवल चार डिपो होल्डर्स को ही निलंबित किया गया था, जिन्हें भी बहाल कर दिया गया है। इसके सिवा अभी तक कोई भी कार्रवाई इस मामले में नहीं हुई। आरटीआई एक्टिविस्ट ओमप्रकाश सुथार के मार्फत सर्वोदय बस्ती के कुछ लोगों के राशनकार्ड की डिटेल खंगाली गई। ये वे लोग हैं जो कभी अपना राशन नहीं उठाते, लेकिन जब डिटेल खंगाली गई तो इन राशनकार्डों से लगातार गेहूं व केरोसिन उठा हुआ मिला। चौंकाने वाली बात यह है कि इन घोटालेबाजों ने रिटायर्ड फौजी व सरकारी कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा। इनकी चपेट में रिटायर्ड फौजी भीम सिंह, दिवंगत वाटर बॉक्स कर्मचारी की पत्नी शशिकला व विद्युत निगम कर्मचारी भी आए हैं। छानबीन में सामने आया है कि एक उपभोक्ता का तो राशन कार्ड ही फर्जी बनाया जा चुका है। गरीबों के राशन को डकारने वाली इस घोटाला गैंग में मुक्ताप्रसाद रोड़ का विष्णु (20230), लक्ष्मण (20233), सहकारी उपभोक्ता भंडार, लालगढ़ की 26691 व 20307 नंबर ब्रांच शामिल हैं। ख़बरमंडी न्यूज़ के पास इनके कारनामों का कच्चा चिट्ठा मौजूद हैं। वहीं इससे पहले उजागर किए गए 21 डिपो होल्डरों के कारनामों के सबूत भी मौजूद हैं। सूत्रों के मुताबिक ये डिपो होल्डर अकेले ही राशन व केरोसिन हजम नहीं करते बल्कि इनमें डीएसओ ऑफिस की भी हिस्सेदारी होती है। वहीं इन डिपो होल्डरों की आपस में भी ट्यूनिंग होती है। ये लोग एक दूसरे के ग्राहकों का राशन उठाते हैं तथा अपना अपना हिस्सा ले लेते हैं। बता दें कि भ्रष्टाचार का यह मामला अब बहुत ऊपर तक जा चुका है। अगर मामले की निष्पक्ष जांच हुई तो डिपो होल्डरों के साथ साथ डीएसओ ऑफिस तक का पर्दाफाश होगा। उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन के दौरान भी जब ख़बरमंडी न्यूज़ ने नाम उजागर किए थे तब मामला निपटाने की बैठकें तक डीएसओ ऑफिस में हुई थी।
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