11 July 2023 05:06 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मिलावटी व गुणवत्ता रहित खाद्य पदार्थ खा-खाकर हमारा बीकानेर लगातार बीमार हो रहा है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के नाकारा अधिकारियों की वजह से मिलावटखोरों को पोल मिली हुई है। बीकानेर के बाजारों में खुलेआम मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम विभिन्न प्रतिष्ठानों पर कार्यवाही हेतु नहीं जाती। टीमें जाती है, लेकिन सैंपल नहीं उठाती। सैंपल उठा लिए जाए तो लैब के स्तर पर भी सेटिंग हो जाती है।
हाल ही में हमें विभाग के आंतरिक सूत्रों से पता चला कि टीमें प्रतिदिन 5-10 प्रतिष्ठानों पर कार्यवाही हेतु जा रही है। लेकिन कार्यवाही नाम मात्र की हो रही है। आख़िर बल्क में रेड के बाद भी नाममात्र की कार्यवाही करने के पीछे क्या राज है? यह जांच का विषय हैं।
पता चला है कि बाजार स्वास्थ्य विभाग के कुछ अधिकारियों से परेशान हैं। ये अधिकारी प्रतिदिन लूटमार मचा रहे हैं। आरोप है कि कार्यवाही ना करने की एवज में दो दो लाख रूपए तक की मांग की जाती है। बाद में 20-30 हजार से 50 हजार लाख रूपए तक की वसूली की जाती है।
इन लुटेरे अधिकारियों की वजह से जहां मिलावटखोर बेखौफ होकर मिलावट कर रहे हैं, वहीं साफ सुथरे व्यापारी बेवजह कोर्टों के चक्कर काटने के डर से पैसे देकर छुटकारा पाने को मजबूर हैं।
पता चला है कि पिछले 72 घंटों के भीतर शहर के दो तीन मिष्ठान निर्माताओं व विक्रेताओं के यहां रेड की गई थी। मगर मौके से सैंपल उठाने की बजाय सेटलमेंट किया गया।
चर्चा तो यहां तक है कि टीमें चार अधिकारियों के बीच पैसे बंटने का हवाला देते हुए पूरी रकम वसूलती है। सुना है भ्रष्टाचार से दूर रहने के लिए पहचाने जाने वाले सीएमएचओ डॉ अबरार पंवार को भी इन अधिकारियों के खिलाफ मौखिक शिकायतें मिल चुकी है। वह भी इन पर नजर बनाए हुए हैं। दूसरी तरफ एसीबी भी इनमें से दो अधिकारियों पर नज़र रखे हुए हैं। हालांकि परिवादी ना मिलने की वजह से ये लुटेरे अब तक एसीबी के शिकंजे से दूर है।
सूत्रों का कहना है कि अगर सरकारी तंत्र चाहे तो इन अधिकारियों की विजिट की तहकीकात कर इनके काले सच के सबूत हासिल कर सकता है। बता दें कि आजकल अधिकतर प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं। ऐसे में इन अधिकारियों की धांधली की कहानी थोड़ी सी मेहनत से सामने आ सकती है। सुना है इन अधिकारियों की आजकल चांदी हो रखी है। दूसरी तरफ इनके द्वारा कार्यवाही ना करने की वजह से शहर मिलावटी खाद्य खाने को मजबूर है। इन अधिकारियों की वजह से बाजार में ईमानदार अधिकारी भी बदनाम हो रहे हैं।
अब देखना यह है कि हमारा सरकारी तंत्र अपनी मशीनरी का उपयोग कर इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करता है या बात आई-गई कर देता है।अगर ऐसे अधिकारियों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया तो शुद्धता की पहचान रखने वाले बीकानेर पर कलंक लगते ही देर ना लगेगी।
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