25 July 2021 04:08 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। एक तरफ जिला कलेक्टर नमित मेहता खुद शहर का निरीक्षण कर सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था दुरुस्त करवा रहे हैं, दूसरी तरफ बिजली विभाग बिजली का भारी दुरुपयोग कर रहा है। बिजली विभाग की यह लापरवाही देखकर लगता है जैसे व्यवस्थाएं दुरुस्त रखना रखवाना केवल मात्र कलेक्टर की जिम्मेदारी ही रह गया है। ऐसा लगता है कि बिना कलेक्टर अथवा किसी बड़े अधिकारी की डांट फटकार के विभाग को काम करना ही नहीं है। मामला कलेक्ट्रेट से संभागीय आयुक्त कार्यालय जाने वाली सड़क से जुड़ा है। आज सुबह से ही रोड़ पर लगी हाईमास्क लाइट जल रही थी। हमारे प्रतिनिधि महेश कुलरिया ने जलती लाइटें देखी तो करीब 2 घंटे बाद फिर से राउंड मारा। लाइट फिर भी जल रही थी। अक्सर शिकायतों पर विभाग यह बहाना बनाकर बच निकलता है कि लाइटें टेस्टिंग के लिए जलाई गई थी। इसीलिए हमने आसपास देखा, कहीं कोई बिजली कर्मचारी मौजूद नहीं थी। पता चला कि लाइट तो सुबह से ही जल रही है। हमने खुद दो घंटे तक लाइट जलते रहने की पुष्टि की।
बता दें कि हाईमास्क लाइट में बहुत सारी हाई पावर लाइटें लगी होती है। ऐसे में दिन के उजाले में ये लाइटें जलाना बिजली का अपव्यय तो है ही, साथ ही साथ आमजन पर भार बढ़ाने वाला भी है। विभाग पहले बिजली का अपव्यय करता है, फिर इसकी पूर्ति के लिए विभिन्न चार्ज लगाकर जनता का शोषण करता है।
ऐसा नहीं है कि सिर्फ यहीं पर बिजली का दुरूपयोग हो रहा है। नोखा रोड़ पर गंगाशहर से भीनासर बिजली विभाग तक भी यही हालात है। इस हाइवे पर दिन के उजाले में भी रोड़ लाइटें जलती रहती है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन दोनों पॉइंट्स के पास बिजली विभाग के ऑफिस हैं।
सवाल है कि आखिर कब तक विभाग द्वारा इस तरह बिजली का दुरूपयोग किया जाता रहेगा। देखें वीडियो
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