30 September 2021 03:44 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। जब किसी छोटे से गांव का बेटा पूरे देश में अपने गांव को पहचान दिलाता है तो इससे बढ़कर गौरव उस गांव के लिए कुछ नहीं होता। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है नागौर के जोधियासी गांव के होनहार बेटे पंकज राठी पुत्र मुरलीधर राठी ने। पंकज ने यूपीएससी की परीक्षा में 536 वीं रैंक से सफलता प्राप्त की है। पंकज की यह सफलता जोधियासी पंचायत क्षेत्र की खुशी का कारण बन चुकी है। रिजल्ट के बाद से ही सम्मान का सिलसिला जारी है। गांव में उत्सव का सा माहौल है। अब जल्द ही उनकी ट्रेनिंग होगी। ट्रेनिंग के बाद पंकज आईएएस, आईपीएस अथवा आईआरएस बन जाएंगे।
27वर्ष की उम्र में दूसरे प्रयास में ही पंकज ने यह सफलता हासिल कर ली। ख़बरमंडी न्यूज़ से बातचीत में पंकज ने बताया कि वे आठवीं कक्षा तक गांव के सरकारी स्कूल में ही पढ़े। इसके बाद जयपुर चले गए, जहां 9वीं व 10वीं की पढ़ाई आदर्श विद्या मंदिर से की। 10 वीं तक हिंदी मीडियम में पढ़े पंकज ने 11 वीं व 12वीं की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में माहेश्वरी पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद वे जोधपुर चले गए, जहां क्लैट क्लीयर कर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से एलएलबी की शिक्षा प्राप्त की।
बता दें कि पंकज के पढ़ने और आगे बढ़ने का जुनून यहीं नहीं थमा। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। साथ ही रोजगार के लिए कॉपीराइट व आईटी लॉ का काम करने लगे। ख़ास बात यह रही कि यूपीएससी जैसे बड़े लक्ष्य व रोजगार के साथ सामाजिक सरोकार से भी जुड़े रहे। एक एनजीओ के मार्फत फ्री एजुकेशन देने लगे। इसके तहत कानून की निःशुल्क शिक्षा दी।
इसे नये युवा व संवेदनशील लोकसेवक में जहां सेवा का जज्बा है, वहीं क्रिएटिविटी भी खूब भरी है। वे हिंदी कविता भी लिखते हैं। कविता लिखने से उन्हें प्रेम है। वहीं स्पोर्ट्स में भी रूचि है।
ख़बरमंडी न्यूज़ से बातचीत के दौरान पंकज ने बताया कि अगर उन्हें आईपीएस मिलता है तो आमजन को राहत दिलाना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगा।
उनका मानना है कि पुलिस को पिपुल फ्रेंडली होना चाहिए। वे पिपुल फ्रेंडली पुलिसिंग से आमजन में कानून व पुलिस के प्रति जो नकारात्मकता है उसे खत्म करना चाहते हैं। वे कहते हैं कि पुलिस अगर समय पर सही जांच कर न्यायालय को नतीजा पेश करे तो आमजन को लंबे समय तक परेशान नहीं होना पड़ेगा। समय पर न्याय भी मिलेगा। झूठे मुकदमों का सच जल्द ही सामने आएगा। इसका बड़ा प्रभाव यह होगा कि कानून के दुरूपयोग से निर्दोषों के साथ होने वाली प्रताड़ना रुकेगी।
उल्लेखनीय है कि पंकज उन सब युवाओं के लिए उदाहरण हैं जो रोजगार और सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए कुछ बड़ा करना चाहते हैं।
RELATED ARTICLES