09 December 2020 06:40 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। अनुबंध व कानून के खिलाफ पीएफ कटौती का मामला सामने आया है। मामला तकनीकी महाविद्यालय के कर्मचारियों से जुड़ा है। दरअसल, यूसीईटी ईसीबी महाविद्यालय सोसायटी के अधीन संचालित महाविद्यालय था। ईसीबी सोसायटी की स्थापना भी सोसायटी के अंतर्गत कर संचालन हेतु बोर्ड का गठन किया गया था। महाविद्यालय के सभी छोटे बड़े निर्णय भी बीओजी में लिए जाते रहे थे। नियमानुसार महाविद्यालय के अशैक्षणिक कार्मिकों के वेतन निर्धारण के उपरांत एक तरफ की पीएफ राशि संस्थान द्वारा दी जानी थी। लेकिन नियम के विरुद्ध कार्मिक व संस्थान दोनों का हिस्सा कार्मिक के वेतन से काटा जाने लगा। यूसीईटी अशैक्षणिक कर्मचारी संघ ने मामले को लेकर कुलसचिव महावीर सिंह को ज्ञापन दिया है। संघ के अध्यक्ष रमेश उपाध्याय ने बताया कि पीएफ की असंवैधानिक कटौती श्रम कानून के विरुद्ध होने के साथ साथ अनुबंध के खिलाफ भी है।
उपाध्याय ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से कार्मिकों की वेतन वृद्धि हेतु भी लिखा गया है। विधायक जगदीश चंद्र जांगिड़ भी वेतन वृद्धि का प्रस्ताव तृतीय बोम की बैठक के टेबल एजेंडे में भी रखवाया जा चुका है। चतुर्थ बोम की बैठक में भी इस हेतु विचार किया गया, लेकिन अब निर्णय नहीं लिया गया। संघ ने मांग की है कि छठी बोम बैठक में इस प्रस्ताव को पारित कर कर्मचारियों की वेतन वृद्धि की जाए।
ज्ञापन देने वालों मे़ महाविद्यालय के कर्मचारी रमेश उपाध्याय, मुकेश कालेर, धीरेंद्र चौधरी, भरत शर्मा, विनोद पुरोहित, मदन पुष्करणा, लोकेश चौधरी, किशन शर्मा, केसी ओझा व अभिषेक पुरोहित आदि शामिल थे।
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