29 March 2020 11:49 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कोरोना इमरजेंसी में घर बैठे परेशान बीकानेर के लोग अब नेताओं की खिंचाई करने लगे हैं। सोशल मीडिया व फोन कॉल के माध्यम से अब इस पर डिस्कशन चल रहा है कि नेता जी को हमारे घर पर हमारी जरूरतें पूछने आना चाहिए या नहीं। जहां चर्चा चली समझो मांग एक ही है, बस तरीके अलग हो सकते हैं। आमजन का कहना है कि हमारे सांसद, विधायक, वार्ड पार्षद सहित कांग्रेस-बीजेपी सहित सभी दलों के नेता इस समय हमारे दरवाजे पर क्यों नहीं आ रहे। चुनावों में वोट मांगने वाले ये नेता दिखाई नहीं दे रहे। कहा जा रहा है चुनावों में वोट मांगते हैं, पर्चियां भी सभी दो-दो बार दे दिया करते हैं। इधर-उधर से फोन पर संपर्क करके वोट की अपील कर देते हैं। मगर इस बुरे वक्त में जब जनता को जरूरत है तो मुंह तक नहीं दिखा रहे। इस समय आमजन की सबसे बड़ी जरूरत सैनेटाइजर है जो बाज़ारों में मिल नहीं रहा और मिलता है तो ब्लैक में। मास्क भी अब तक सभी को नहीं पहुंचे हैं। वहीं राशन का सामान भी चाहिए मगर नेता जी तो बिना चुनाव आते कहां है। हालांकि इस बीच कुछ नेताओं के प्रशंसक उनकी बात भी ढ़क रहे हैं। लेकिन आमजन में नेताओं के विरुद्ध उपजा यह असंतोष चुनावी नतीजों पर भी असर डाल सकता है। उल्लेखनीय है कि आमजन के बीच दो दिनों से शुरू हुई इस उलाहनेबाजी का शिकार कोई एक नेता नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विधायक सिद्धि कुमारी, पूर्व से विधायक प्रत्याशी कन्हैयालाल झंवर, पश्चिम से मंत्री डॉ बीडी कल्ला, पूर्व विधायक गोपाल जोशी सहित तामम छोटे-बड़े नेता-पार्षद बन रहे हैं।
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