17 July 2025 02:39 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर की एससी-एसटी कोर्ट के पीपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ने के मामले में अभी दो जने और लपेटे में आने वाले हैं। मंगलवार को एससी एसटी कोर्ट के लोक अभियोजक जगदीश रैण को एसीबी ने पांच सौ रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। इसी मामले में अब एसीबी पूर्व लोक अभियोजक कुंदनमल व्यास व पेशकार जाकिर की तलाश कर रही है।
एसीबी इंस्पेक्टर इंद्र कुमार के अनुसार परिवादी रावताराम ने 4-5 माह पहले ही भ्रष्टाचार की शिकायत एसीबी को दी थी। एसीबी तब से ही मामले में तहकीकात कर रही थी। इंद्र कुमार के अनुसार रावताराम द्वारा करवाए एक मुकदमें की सुनवाई एससी एसटी कोर्ट में चल रही है। इसी मामले में उसे लंबे समय से परेशान किया जा रहा था। हालांकि परिवादी ने शिकायत में एससी एसटी कोर्ट के लगभग सभी कर्मचारियों के खिलाफ रिश्वत मांगने व रिश्वत ना देने पर परेशान करने का आरोप लगाया। लेकिन एसीबी के पास कुंदनमल व्यास, जाकिर व पकड़े गए पीपी जगदीश रैण की रिकॉर्डिंग उपलब्ध है। तीनों के खिलाफ आज एसीबी में मुकदमा भी दर्ज हो जाएगा।
-केवल परिवादी से लेता था पैसे : एसीबी सूत्रों के मुताबिक आरोपी जगदीश रैण केवल परिवादी से ही पैसे लेता था। आरोपी से पैसे नहीं लेता था। इसके पीछे कारण बड़ा खास था। बता दें कि एससी एसटी कोर्ट में परिवादी एससी या एसटी के ही होते हैं। ऐसे में पीपी को यह लगता था कि एक ही समाज के होने की वजह से परिवादी उसकी शिकायत नहीं करेंगे। लेकिन परिवादी रावताराम ने रिश्वत का रास्ता नहीं चुना और उसकी शिकायत एसीबी को कर दी।
-पकड़ा गया तो निगल गया नोट : आरोपी जगदीश रैण को एसीबी ने रंगे हाथों दबोच लिया था। मौके पर पीडब्ल्यूडी के दो कर्मचारी बतौर विटनेस मौजूद रहे। रिश्वत लेते वक्त बोले गए शब्दों की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी ले ली गई। एसीबी के अनुसार आरोपी ने जैसे नोट ऊपर की जेब में डाला वैसे ही एसीबी ने उसे पकड़ लिया। अब सदर थाने ले जाकर आगे की कार्रवाई करनी थी। इस हेतु गाड़ी में बिठाया, यहीं पर आरोपी ने मौका पाकर नोट जेब से निकालकर मुंह में डाल लिया। एसीबी नोट मुंह से निकलवाती उससे पहले वह नोट ही निगल गया। इसके बाद पुलिस ने एंडोस्कोपी करवाई मगर नोट नहीं मिला।
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