20 January 2025 10:38 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीजेपी में जिलाध्यक्षों को लेकर चली अफवाहों का दौर थमा नहीं था कि शाम ढले प्रदेश भाजपा के स्टे ऑर्डर से भूचाल आ गया है। यह स्टे ऑर्डर है हाल ही में नियुक्त मंडल अध्यक्षों पर। दरअसल, जयपुर, भरतपुर, सिरोही, अलवर, चुरू व बीकानेर सहित कुल 14 मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति पर रोक लगा दी गई है।
इनमें बीकानेर के पांच मंडल भी शामिल हैं। 6 जनवरी को ही बीकानेर शहर बीजेपी के दस में से नौ मंडलों के अध्यक्षों की घोषणा हुई थी। गंगाशहर मंडल में अध्यक्ष की नियुक्ति पहले ही टल गई थी। वहीं अब रानी बाजार, जूनागढ़, पुराना शहर, जस्सुसर व नया शहर मंडल के निर्वाचन/नियुक्ति पर अंतरिम रोक लगा दी है।
ऐसे में रानी बाजार के मुकेश सैनी, जूनागढ़ के देवरूप सिंह शेखावत, पुराना शहर की आशा आचार्य, जस्सूसर के दिनेश चौहान व नयाशहर मंडल के विशाल गोलछा की अध्यक्षीय पारी महज 14 दिनों में ही संकट में आ गई है।
बताया जा रहा है कि भाजपा की प्रदेश अपील समिति संगठन पर्व 2024 में बीकानेर के इन पांच मंडलों सहित प्रदेश के कुल 14 मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति के खिलाफ शिकायतें गई थी। समिति ने मोटे तौर पर यह कहा है कि नियुक्ति में मापदंडों के उल्लंघन की शिकायतें प्राप्त हुई हैं। अब जिला निर्वाचन अधिकारियों से इस संबंध में सात दिवस के अंदर तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है।
बीकानेर बीजेपी शहर जिलाध्यक्ष विजय आचार्य ने कहा कि उन्हें शिकायतों के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि शिकायत किसने की और क्या की, इसकी जानकारी प्रदेश भाजपा के दशरथ सिंह से मिलने पर ही पता चलेगा।
बता दें कि इस बार मंडलों अध्यक्षों की नियुक्ति में अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष रखी गई थी। ऐसे में 45 पार के सभी दावेदार किनारे लग गए थे। इसके बाद नौ मंडलों के अध्यक्षों की सूची ने चौंका दिया। अब बीकानेर के पांच मंडलों के अध्यक्षों की नियुक्ति में कौन-से मापदंडों का उल्लघंन हुआ है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। मापदंड से तात्पर्य योग्यता से है या पीछे के पावर प्लग से, यह कहा नहीं जा सकता। कुल मिलाकर एक बार फिर बीजेपी मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति का मुद्दा गरम हो चुका है।
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