27 July 2025 10:30 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। नयाशहर थाना क्षेत्र में धर्म परिवर्तन की आशंका के बाद माहौल गर्मा गया। मामला नयाशहर थाना क्षेत्र की वाल्मीकि बस्ती का है। जहां विजय वाल्मीकि के यहां लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करवाने की सूचना मिली थी।
हिंदू वादी संगठनों से जुड़े लोग व युवा मौके पर पहुंचे। नयाशहर पुलिस भी मौके पर पहुंची। धर्म परिवर्तन की आशंका के चलते एक युवक ने गृह मालिक की पिटाई भी कर डाली। हालांकि अभी तक धर्म परिवर्तन होने की पुष्टि नहीं हुई है। थानाधिकारी विक्रम तिवाड़ी के अनुसार मौके पर धर्म परिवर्तन को लेकर कोई सबूत नहीं मिला है। विजय वाल्मीकि को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर पाबंद कर दिया गया। विजय मूलतः चितौड़गढ़ का है, लेकिन उसने यहां शादी कर ली और पिछले 20 वर्षों से बीकानेर ही है।
-घर में हो रहा था ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार: सीओ श्रवण दास संत के अनुसार विजय के घर में ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार चल रहा था। मौके से ईसाई धर्म के ग्रंथ व प्रचार प्रसार सामग्री मिली है। लेकिन धर्म परिवर्तन की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
मौके पर वाल्मीकि व बिहारी रविदास समाज के लोग मौजूद थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
-कुछ माह पहले भी हुआ था ऐसा ही सीन: कुछ माह पहले भी नयाशहर थाना क्षेत्र के एक मकान में इसी तरह धर्म परिवर्तन की सूचना मिली थी। ईसाई मिशनरी आए हुए थे। तब भी धर्म परिवर्तन की आशंका को लेकर हिंदूवादी लोगों ने धावा बोला। मामला काफी गरमाया लेकिन पुलिस को आज तक उस मामले में धर्म परिवर्तन के सबूत नहीं मिले। तब भी मौके पर वाल्मीकि व बिहारी समाज के गरीब तबके के लोग मौजूद थे। आज भी ऐसा ही हुआ।
-धर्म परिवर्तन हुआ भी तो क्या कर लेगी पुलिस: चौंकिए मत क्योंकि यह सच है। अगर धर्म परिवर्तन के सबूत मिल भी जाए तो पुलिस इन पर कार्रवाई नहीं कर सकती। दरअसल, धर्म परिवर्तन को लेकर राजस्थान और भारत में कोई कानून अभी तक लागू नहीं हुआ है। इस संबंध का विधेयक ही अभी अटका पड़ा है। तो पुलिस आख़िर किस कानून के तहत धर्म परिवर्तन का मुकदमा दर्ज करेगी।
-ईसाई भी बन जाते हैं और एससी यानी अनुसूचित जाति के लाभ भी लेते हैं:- सूत्रों की मानें तो धर्म परिवर्तन करवाकर ईसाई बनाने के इस मिशन में टारगेट अधिकतर वाल्मीकि व रविदास समाज को किया जाता है। ग़रीबी और सामाजिक छुआछूत इसका विशेष कारण हो सकता है।
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि कुछ लोग ईसाई बनने के बाद भी अनुसूचित जाति को मिलने वाले लाभ ले रहे हैं। ऐसे मामले ध्यान में आए हैं जहां फॉर्म में नाम ईसाई मिला और जाति के कॉलम मैं अनुसूचित जाति लिखकर एससी को मिलने वाले लाभ उठाए गए। देखें वीडियो
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