20 September 2020 11:36 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर में आमजन कोरोना को हल्के में ले रहा है। अनियंत्रित हो रहे कोरोना को देखते हुए राज्य सरकार ने बीकानेर सहित 11 जिलों में धारा 144 लगाई। इसके तहत पांच से अधिक व्यक्ति एक जगह इकट्ठा नहीं हो सकेंगे। लेकिन आमजन में इसे लेकर भरपूर भ्रामकता है। यहां तक कि जिम्मेदार लोग भी कोरोना के अस्तित्व को नकार रहे हैं। जबकि वास्तविकता बहुत ही भयानक है। बीकानेर में प्रतिदिन औसतन सौ से सवा सौ पॉजिटिव आ रहे हैं, जबकि इससे पहले यह औसत इसका आधा था। वहीं कोरोना से मृत्यु की गति तीव्र हो चुकी है। शनिवार को बीकानेर के तीन पॉजिटिव की मौत हो गई। वहीं आज भी एक मौत हुई। इस पूरे सच को अस्वीकार कर झुठलाने वाले लोग न सिर्फ स्वयं का जिन्दगी की जुआ खेल रहे हैं बल्कि समझदार बेकसूर लोगों को भी खतरे में डाल रहे हैं। कोरोना मरीजों के इलाज में लगे चिकित्सकों के अनुसार कोरोना वायरस की फेफड़े में एंट्री के साथ ही तीव्र गति से निमोनिया बढ़ता है।
अधिकृत सूत्रों के मुताबिक 24 घंटे में ही 10-15 प्रतिशत वाला संक्रमण 80-100 प्रतिशत होकर जीवनलीला समाप्त कर देता है। ऐसी भयावह स्थिति के बावजूद आमजन की लापरवाही बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही है। आमजन पर यह मात्र आरोप नहीं है, हमारे पास इसके सबूत हैं। रविवार शाम चार बजे कोडमदेसर भैरव मंदिर से ली गई यह तस्वीरें आमजन की लापरवाही प्रमाणित करती है। इस समय मंदिर में श्रद्धालु बिना मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग इकट्ठा हो रखे थे। उल्लेखनीय है कि जब देश संकट में हो तो हर नागरिक सैनिक होता है, लाइलाज कोरोना देश के दुश्मन की तरह ही है। कोरोना को हराने के दिखावे दिखावे में कोरोना विकराल हो चुका है। वैक्सीन या स्थाई समाधान न आने तक का समय खतरनाक है, लेकिन आमजन के सहयोग के बिना इस समय को हराना नामुमकिन है। देखा जाए तो धारा 144 इसमें काफी हद तक कारगर होगी। अगर एक माह भी आमजन इसके नियमों की पालना करे, तो शीघ्र हालात सुधर जाएंगे। अब देखना यह है कि आमजन समझदार बनता है या कोरोना और भी विकराल।
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