10 July 2021 09:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। श्रीगंगानगर जिले के केसरीसिंहपुर में हुए चर्चित हत्याकांड मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। बिना सिर के धड़ की पहचान होने के साथ ही हत्यारों की गिरफ्तारी भी हो गई है। हत्या के पीछे अवैध प्रेम व लिव इन रिलेशनशिप की खौफनाक कहानी सामने आई है।
केसरीसिंहपुर थानाधिकारी सुशील कुमार खत्री से मिली जानकारी के अनुसार मृतक की पहचान वार्ड नंबर 26 जे जे कॉलोनी, सिरसा, हरियाणा निवासी अवतार सिंह उर्फ तारी पुत्र सुखदेव सिंह मजबी सिख के रूप में हुई है। वहीं हत्यारों की पहचान 13 एच ठड्डा, केसरीसिंहपुर निवासी 27 वर्षीय सतपाल सिंह पुत्र बगड़सिंह मजबी व उसकी पत्नी 27 वर्षीय कुलविंद्र कौर तथा मुक्तसर पंजाब निवासी 29 वर्षीय संदीप पुत्र ओमप्रकाश मेघवाल बताई जा रही है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है कातिल प्रेम की खौफनाक कहानी----
मृतक अवतार सिंह व कुलविंद्र कौर में प्रेम हो गया था। इसी प्रेम को परवान चढ़ाने दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। अवतार ने कुलविंद्र के लिए अपनी पत्नी को भी छोड़ दिया। इस पर मृतक अवतार की पत्नी ने उस पर मुकदमा कर दिया। जब यह कहानी कुलविंद्र को पता चली तो उसे लगा कि जो शख्स उसके लिए अपनी पत्नी को छोड़ सकता है, कल किसी अन्य के लिए उसे भी छोड़ सकता है। इस पर कुलविंद्र कौर ने अपने पति को पूरी कहानी बताई और अवतार को रास्ते से हटाने के लिए हत्या की प्लानिंग की। हत्या की इस प्लानिंग में कुलविंद्र के पति के अलावा उसका मुंहबोला भाई संदीप भी शामिल हुआ। तीनों ने मिलकर 13 एच हड्डा रोड़ के पास बनी हड्डा रोडी में उसकी हत्या कर दी। थानाधिकारी सुशील कुमार के अनुसार आरोपियों ने अवतार के सिर पर कुल्हाड़ी से वार किया। अवतार की वहीं मौत हो गई। मृतक की पहचान ना हो इसलिए उसी कुल्हाड़ी से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। उसके हाथ की एक उंगली में अंगूठी पहनी हुई थी। आरोपियों ने उंगली को ही काट लिया। आरोपियों ने अवतार का धड़ वहीं छोड़ दिया और सिर एफ नहर में फेंक दिया। वहीं उंगली वहीं पर दूर फेंक दी। इतना ही नहीं आरोपियों ने शव को पूरी तरह नग्न अवस्था में वहां छोड़ा, ताकि किसी भी तरह से पहचान ना हो सके।
2 जुलाई को पुलिस को अवतार का शव मिला। एसपी श्रीगंगानगर राजन दुष्यंत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न टीमों का गठन किया। एसपी राजन दुष्यंत के निर्देशन व एएसपी बनवारी लाल मीणा तथा करणपुर वृताधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ के डायरेक्ट सुपरविजन में टीमों का गठन किया गया।
थानाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि बिना सिर व अन्य पहचान वाले धड़ की पहचान मुश्किल थी। इस सफलता में सीसीटीवी फुटेज महत्वपूर्ण कड़ी बने। टीमों ने आसपास के लंबे क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज निकाले व उनका निरीक्षण किया। विभिन्न आसूचनाएं एकत्र की गई। इस खौफनाक कहानी का खुलासा करने में थानाधिकारी सुशील कुमार खत्री मय एएसआई राजकुमार, कांस्टेबल पवन कुमार, लेखराज, व मंगतराम, थानाधिकारी करणपुर आलोक कुमार मय पुलिस टीम, थानाधिकारी पदमपुर उनि रामकेश मय पुलिस टीम, थानाधिकारी घुमड़वाली करतारसिंह मय पुलिस टीम शामिल रही। वहीं साइबर सेल के हैड कांस्टेबल संजय कुमार, योगेश व सुशील छिंपा का सहयोग रहा। कांस्टेबल मंगतराम का विशेष सहयोग रहा।
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