06 September 2022 11:50 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कहते हैं लालच बुरी बला है। बीएसएफ(बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) के एक जवान को भी इसी लालच की वजह से सलाखों के पीछे जाना पड़ा है। बीकानेर की नयाशहर पुलिस ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर 5 लाख 62 हजार 900 रूपयों की ठगी करने वाले बीएसएफ कांस्टेबल प्रीतदान चारण पुत्र रामदान रतनू को गिरफ्तार किया है। आरोपी कोलायत के दासोड़ी का रहने वाला है। वर्तमान में उसकी पोस्टिंग कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश में बीएसएफ की 185वीं बटालियन में है।
ये है पूरा मामला:- मिठड़ी, लाडनूं, नागौर हाल जयपुर रोड़ बीकानेर निवासी सुनील कुमार पुत्र भंवरलाल कड़वासरा ने जरिये कोर्ट इस्तगासा आरोपी के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करवाया। परिवादी के अनुसार प्रीतदान से उसकी मुलाकात 10 अप्रेल 2022 को जैसलमेर रोड़ स्थित जाट धर्मशाला के सामने हुई। आरोपी ने बताया कि वह बीएसएफ में नौकरी करता है। पहले पोस्टिंग खाजूवाला में थी, अब कांगड़ा, हिमाचल में पोस्टिंग है। अपना बीएसएफ का आईडी कार्ड भी दिखाया, जो खाजूवाला से बना था। आरोपी ने बताया कि वह कमांडेंट का निजी आदमी है तथा राजस्थान पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर से भी उसकी अच्छी जान पहचान है। आरोपी ने कहा कि किसी को राजस्थान पुलिस में नौकरी लगवाना हो तो बताना, वह नौकरी लगवा सकता है।
परिवादी के अनुसार उसने बीएसएफ का कार्ड देखकर उस पर विश्वास कर लिया तथा अपने जीजा पवन सारण को नौकरी लगवाने की बात कही। आरोपी ने तुरंत ही सिद्धमुख निवासी हरपाल मांडया से फोन पर बात करवाई। उससे नौकरी लगवाने की बात कही। आरोपी ने इस काम के लिए आठ लाख रूपए की मांग की। सौदा तय हो गया। आरोपी ने तीन अलग अलग मोबाइल नंबरों(8619898680, 9163107922, 6377508609) पर पैसे डलवाने की बात कही। उसने कहा कि ये नंबर मेरे रिश्तेदारों के ही हैं, जब कहूं तब पैसे डलवा देना, तुम्हारे जीजा का सलेक्शन करवा दूंगा। आरोपी के झांसे में आकर परिवादी ने प्रीतदान के कहे अनुसार इन नंबरों पे कुल 5 लाख 62 हजार 900 रूपए पेटीएम व फोन पे कर दिए।
पैसे लेने के बाद आरोपी टालमटोल करने लगा। उसने कहा और पैसे दो तब सलेक्शन होगा। रोज नये बहाने बनाने लगा। इस पर परिवादी ने कहा कि बिना कुछ काम किए ही इतने पैसे दे दिए हैं, पहले काम करवाओ या पैसे वापिस दे दो। इस पर आरोपी भड़क गया, कहा कि तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, जाओ पैसे भूल जाओ। आरोपी ने परिवादी का फोन उठाना भी बंद कर दिया।
ये हैं नामजद: परिवादी ने प्रीतदान के अलावा हरपाल मांड्या, आसु सिंह, राकेश भौमिक उर्फ पीयूष अग्रवाल व दलीप सिंह के खिलाफ धारा 420, 406 व 120 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है। नयाशहर थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण के अनुसार अब तक की जांच में पता चला है कि आसु सिंह व दलीप सिंह ई-मित्र संचालक है। दोनों सियाणा में ईमित्र चलाते हैं। उनकी आपराधिक भूमिका है या नहीं, इसकी जांच चल रही है। वहीं हरपाल व राकेश भौमिक के अस्तित्व की जांच की जा रही है। वास्तव में यह व्यक्ति है या कोई और है।
लंबी कूद का रिकॉर्ड बनाते बनाते बना लिया आपराधिक रिकॉर्ड:- आरोपी प्रीतदान एथलीट है। उसका लंबी कूद में 22.5 फीट का रिकॉर्ड है। यह रिकॉर्ड बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। उसे स्पोर्ट्स कोटे से 17 साल पहले बीएसएफ में नौकरी मिली थी। फिलहाल वह जनवरी माह से ही कांगड़ा में ड्यूटी से अनुपस्थित चल रहा है। वह छुट्टी पर है या भागा हुआ है, इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
पता चला है कि उसने इससे पहले बीएसएफ में ही कई बार ट्रांसफर के नाम पर 10-20 हजार रूपयों की ठगी की है। छोटी ठगी करते करते उसका हौसला बढ़ गया और लाखों की छलांग लगा दी। आरोपी से पूछताछ में और भी वारदातें उजागर हो सकती है।
उल्लेखनीय है कि एसपी योगेश यादव व एएसपी अमित कुमार के निर्देशन, सीओ सिटी दीप चंद सहारण के सुपरविजन तथा पुलिस निरीक्षक गोविंद सिंह चारण, पुलिस निरीक्षक मनोज शर्मा व कोतवाली थानाधिकारी नवनीत सिंह के नेतृत्व में अनुसंधान व आरोपी की धरपकड़ करने वाली टीम में हैड कांस्टेबल रामचंद्र, कांस्टेबल बुधराम, डीएसटी हैड कांस्टेबल दीपक यादव, हैड कांस्टेबल महावीर, कांस्टेबल सूर्य प्रकाश, ड्राईवर पूनमचंद व कांस्टेबल चंद्रप्रकाश शामिल थे।
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