26 April 2021 05:58 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर की जीवन रक्षा अस्पताल का काला सच सामने आया है। जिला कलेक्टर नमित मेहता द्वारा गठित विशेष कमेटी ने 20 अप्रेल को जीवन रक्षा अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान अस्पताल में चौंकाने वाली अनियमितताएं सामने आईं थीं। यह अनियमितताएं न केवल कोविड नियमों का उल्लघंन थीं बल्कि मरीजों के भरोसे का हनन करने वाली थी। जीवन रक्षा के इस कारनामे के लिए कलेक्टर नमित मेहता ने अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार जीवन रक्षा के कोविड मैनेजमेंट में पाई गई खामियों में सबसे बड़ी खामी नियमानुसार योग्य डॉक्टरों का ना होना था। अस्पताल के आईसीयू में 2 बीएच एम एस व एक एम बी बीएस मिला। जबकि नियमानुसार खाली एमबीबीएस की डीग्री आईसीयू का मैनेजमेंट संभालने के लिए काफी नहीं है। यहां मिली टीम ना तो कोविड मैनेजमेंट की दृष्टि से सक्षम थी और ना ही आईसीयू मैनेजमेंट की दृष्टि से योग्य थी। ऐसे में यह लापरवाही मरीजों के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है।
इस अस्पताल के विरुद्ध कोविड इलाज के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूलने की शिकायत भी प्राप्त हो रखी है। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि भर्ती मरीजों में से 20 मरीजों का ऑक्सीजन सैचुरेशन सही था, बावजूद इसके उनको ऑक्सीजन दिया जा रहा था। वर्तमान परिस्थितियों में जब ऑक्सीजन की कमी है तब जीवन रक्षा जीवनदायिनी गैस का दुरुपयोग कर रही थी। लापरवाही की हदें यहीं खत्म नहीं हुई, अस्पताल में भर्ती कोविड मरीजों के पास उनके रिश्तेदार व स्टाफ बिना मास्क व बिना पीपीई किट पहने परिसर में आ जा रहे थे। यह हालात गाइडलाइन के उल्लंघन के साथ साथ मरीजों के जीवन के लिए भी घातक है।
बताया जा रहा है कि यह हालात तो केवल कोविड समर्पित भाग के थे, पूरे अस्पताल के निरीक्षण में चौंकाने वाली अनियमितताएं मिल सकती थी।
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने बताया कि अनियमितताओं को देखते हुए नोटिस जारी किया गया है। दो दिन में जवाब नहीं आने की स्थिति में अस्पताल के विरुद्ध राजस्थान महामारी अधिनियम 2020 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। मेहता ने कहा कि इसके अतिरिक्त अनुज्ञा पत्र निरस्त करने व केंद्र तथा राज्य की सभी योजनाओं से अस्पताल को ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी जाएगी।
बता दें कि इस विशेष कमेटी में नगर निगम आयुक्त ए एच गौरी, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ, आरसीएचओ व फोर्ट डिस्पेंसरी के फिजीशियन शामिल हैं।
बता दें कि हमने पिछले सीजन में भी जीवन रक्षा का कारनामा उजागर किया था।
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