20 May 2021 03:58 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कोरोना की दूसरी लहर ने गांवों में तांडव मचा रखा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी गांवों में फैले कोरोना को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। गहलोत लगातार गांवों में जांच बढ़ाने सहित संसाधन बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं। हाल ही में गांवों के चिकित्सालयों में सामान्य इलाज हेतु संसाधन बढ़ाने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। लेकिन बढ़ती चिंता के बीच बीकानेर के गांवों में सैंपलिंग बेहद कम कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक कुछ दिन पहले तक हर तहसील से 100-150 के हिसाब से सैंपल आ जाते थे। वहीं अब 20 से 50 सैंपल ही आ रहे हैं। जबकि गांवों की शहर से दूरी व संसाधनों की कमी को देखते हुए यहां अधिक ध्यान देने की जरूरत है। कोलायत, नोखा, श्रीडूंगरगढ़, लूणकरणसर, नापासर, देशनोक, खाजूवाला, बज्जू आदि क्षेत्रों में बहुत कम सैंपलिंग हो रही है। ग्रामीण बिना जांच ही दवाएं ले रहे हैं। विभाग भी बिना जांच ही संदिग्धों को कोरोना की दवा किट दे रहा है। वहीं बिना पॉजिटिव रिपोर्ट के लोग संक्रमण को गंभीरता से नहीं ले रहे। छिपे हुए पॉजिटिव संक्रमण फैला रहे हैं।
बता दें कि कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों में कोई ख़ास कमी नहीं आई है। प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो 21 से 25 प्रतिशत सैंपल अब भी पॉजिटिव निकल रहे हैं। हालांकि कुछ दिनों पहले तक यह आंकड़ा 30 से 37 प्रतिशत तक था। लॉक डाउन के बावजूद कोरोना के आंकड़ों में कोई ख़ास कमी नहीं आई है। हालांकि कोरोना पॉजिटिव के आंकड़े संख्यात्मक दृष्टि से कम दिख रहे हैं, क्योंकि कुल सैंपलिंग भी कम हो रही है।
बता दें कि कोरोना की पहली लहर ने जिन क्षेत्रों को कम प्रभावित किया था, दूसरी लहर में वहीं पर अधिक मामले मिले। गांव भी पहली लहर के अधिक चपेट में नहीं आए थे। दूसरी लहर में गांव चपेट में हैं। ऐसे में गांवों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
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