24 July 2020 07:31 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। फेसबुक आईडी हैकर पिछले करीब डेढ़-दो वर्ष से आमजन का सरदर्द बने हुए हैं। आए दिन फेसबुक हैकर आईडी हैक करके हैक्ड अकाउंट के मित्रों से मेडिकल इमरजेंसी आदि का बहाना करके पैसे मांगते हैं। सैकड़ों मित्रों को ये मैसेज जाते हैं, उनमें से कोई ना कोई तो फंस ही जाता है और हैकर्स की अच्छी खासी दिहाड़ी हो जाती है। आज भी गंगाशहर निवासी जसकरण छाजेड़ की आईडी हैक कर ली गई। इसी बीच एक मित्र ने वेरिफिकेशन के लिए फोन किया तो छाजेड़ ने पैसे मांगने की बात से इन्कार कर दिया। इसके बाद तहकीकात की गई तो पता चला कि आईडी हैक हो गई है तथा हैकर सबसे पांच हजार रुपए तक की मांग कर रहा है। हालांकि अभी तक किसी मित्र द्वारा पैसे देने की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं तुरंत ही वारदात का पता लग जाने के बाद आईडी के पासवर्ड बदल कर उसे सुरक्षित कर लिया गया। लेकिन यहां सवाल यह है कि पुलिस इस मसले पर क्या कर रही है। छोटी राशि की ठगी होने पर पुलिस भी रूचि नहीं लेती, यहां तक कि मामले तक दर्ज नहीं किए और करवाए जाते। पुलिस थाने ऐसे मामलों में कोटगेट को सायबर अपराधों का नोडल थाना बताते हुए वहां जाने को कहते हैं, जबकि लंबे समय से कोटगेट सिर्फ एटीएम ठगी का नोडल थाना है, वहीं अन्य सायबर अपराधों के लिए हर थाने को अपने स्तर पर मामले दर्ज कर पीड़ित को राहत दिलाने के लिखित आदेश बहुत पहले जारी हो चुके। ऐसे में अब बीकानेर रेंज आईजी प्रफुल्ल कुमार व बीकानेर एसपी प्रहलाद कृष्णिया को इस मामले में संज्ञान लेने की जरूरत है। अगर पुलिस अपना काम नहीं करेगी तो इन हैकर्स पर अंकुश लगाना और भी मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में अब आईजी व एसपी को एक्शन लेकर ठगों को जेल की हवा खिलानी होगी, अन्यथा यह छोटा दिखने वाला अपराध बड़ा सरदर्द बन जाएगा। बता दें कि जसकरण छाजेड़ संघ से जुड़े हैं तथा बीजेपी पार्षद सुमन छाजेड़ के पति हैं।
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