17 April 2025 05:21 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मानव शरीर के अध्ययन हेतु मानव देह का होना बेहद जरूरी है। चिकित्सा जगत लगातार मानव देह पर रिसर्च कर रहा है। मानव शरीर को बीमारियों से मुक्ति देने के लिए यह रिसर्च बेहद जरूरी है। रिसर्च होगी तभी शरीर को अधिक से अधिक जाना जा सकेगा। इन अध्ययनों हेतु विश्वभर में देह दान होता रहता है। यह वाकई बड़ी दिलेरी का काम है। जो इंसान जीते जी ही अपनी देहदान की घोषणा कर देता है उससे बड़ा दानदाता भला कौन होगा।
गंगाशहर मूल के 63 वर्षीय कमल चंद भंसाली पुत्र स्वर्गीय कन्हैयालाल भंसाली ने भी अपनी देहदान कर दी है। कमल चंद फिलहाल कलकत्ता रहते हैं। उन्होंने बुधवार को बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में अपनी देहदान का प्रपत्र भरा। यह प्रपत्र मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ गुंजन सोनी को सौंपा गया। अब मरणोपरांत कमल चंद की देह मेडिकल कॉलेज को सौंप दी जाएगी। यह देह चिकित्सा जगत में विभिन्न रिसर्च हेतु काम आएगी। देहदान का प्रपत्र भरते समय विनय कुमार चौपड़ा, शांतिलाल मारू, निलेश मारू आदि कमल चंद के साथ रहे।
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