05 February 2025 08:54 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। आज के युग में धोखाधड़ी करना जैसे फैशन बन गया है। इंसान अपने फायदे के लिए दूसरों के साथ तो धोखा कर ही रहा है, साथ ही साथ ऐसे कृत्यों से खुद के जीवन से भी धोखा कर रहा है। बीकानेर कोर्ट के एडवोकेट विजय दीक्षित के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। एक कार चालक द्वारा दीक्षित के नाम का दुरूपयोग करने की बात सामने आई है। एसपी कावेंद्र सिंह सागर को शिकायत करने पर उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए कार जब्त करवा दी है।
ये है मामला : एडवोकेट दीक्षित का कहना है कि वे बार एसोसिएशन बीकानेर के सदस्य होने के साथ साथ भारत संचार निगम लिमिटेड की यूनियन एन एफ टी आई के जिलाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने एक कार मारुति अर्टिगा कार नंबर आर जे 07 यूए 3737 कुछ समय पहले जीतू बिस्सा नाम के व्यक्ति को बेची थी। यह कार परिवादी के भाई अजय के नाम से थी, जो क्रेता जीतू बिस्सा के नाम ट्रांसफर करवा दी गई।
दीक्षित के अनुसार 1 फरवरी को उनके परिचित प्रदीप जोशी का फोन आया। प्रदीप ने बताया कि सीकर बाईपास पर स्थित रसीदपुरा टोल पर उनकी अर्टिगा कार खड़ी थी। कार के आगे पीछे के शीशों पर राजस्थान हाईकोर्ट का लोगो लगा था। वहीं जिला अध्यक्ष एन एफ टी ई टी की नेम प्लेट भी लगी थी। कार में सवारियां बैठी थी, अज्ञात व्यक्ति कार चालक चला रहा था। बताया कि अज्ञात चालक स्वयं को एडवोकेट विजय दीक्षित बता रहा था तथा राजस्थान हाईकोर्ट के लोगो की धौंस दिखाकर टोल ना लेने के लिए धमका रहा था।
दीक्षित ने जब तहकीकात की तो पता चला कि यह कार बीकानेर के अलग अलग टैक्सी स्टैंड पर भी खड़ी रहती है। इसका चालक स्वयं को एडवोकेट विजय दीक्षित बताकर सवारियां लाता ले जाता है। परिवादी ने कहा कि कार का मादक पदार्थों की तस्करी में दुरुपयोग होने की आशंका है। इस पर एसपी ने ट्रेफिक पुलिस को भेजकर कार जब्त करवाई।
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