08 July 2023 10:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बीकानेर दौरा कांग्रेस पर शब्द बाणों की बरसात के साथ संपन्न हुआ। नौरंगदेसर में हुए शिलान्यास कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र सहित मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, राजस्थान सरकार में मंत्री डॉ बीडी कल्ला, भंवर सिंह भाटी सहित विभिन्न मंत्री व केंद्रीय मंत्री मंचासीन हुए। वहीं बरसात के बाद ठंडे हुए मौसम ने मोदी प्रशंसकों को राहत दी। एक अनुमान के अनुसार करीब 50 हजार से 75 हजार लोग मोदी को देखने और सुनने आए। चौपहिया वाहनों से हाईवे जाम हो गया। सभा पांडाल पूरी तरह भरा हुआ था। वहीं पांडाल के बाहर भी भारी भीड़ थी। इस दौरान कई नेता उपेक्षित भी किए गए। वसुंधरा राजे को अधिक तवज्जो नहीं दी गई।
बीकानेर आए प्रधानमंत्री मोदी ने 24,300 करोड़़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया, उनमें अमृतसर-जामनगर आर्थिक गलियारे का छह-लेन वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे खंड, जिसे लगभग 11,125 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है; लगभग 10,950 करोड़ रुपये की लागत से हरित ऊर्जा गलियारे के अंतर-राज्य ट्रांसमिशन लाइन का चरण-I; लगभग 1,340 करोड़ रुपये की लागत से बीकानेर पावर ग्रिड द्वारा विकसित भिवाड़ी ट्रांसमिशन लाइन और बीकानेर में 30 बिस्तरों वाला कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल शामिल है। प्रधानमंत्री ने लगभग 450 करोड़़ रुपये की लागत से बीकानेर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास और 43 किलोमीटर लंबी चूरू-रतनगढ़ खंड रेल-लाइन के दोहरीकरण की आधारशिला भी रखी।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने योद्धाओं की भूमि को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि राज्य के विकास के लिए समर्पित लोग हमेशा एक ऐसा अवसर प्रदान करते हैं, जहां विकास परियोजनाओं के लोकार्पण के लिए वे स्वयं को उपलब्ध करा पाते हैं। प्रधानमंत्री ने आज की 24,000 करोड़़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ ही महीनों के भीतर राजस्थान को दो आधुनिक छह-लेन वाले एक्सप्रेसवे मिल गए हैं। फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस कॉरिडोर के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड के उद्घाटन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने आज अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के 500 किलोमीटर लंबे छह-लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे खंड का उद्घाटन करने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय राजमार्गों की बात करें, तो एक तरह से राजस्थान ने दोहरा शतक लगाया है।" प्रधानमंत्री ने बीकानेर और राजस्थान के लोगों को हरित ऊर्जा गलियारे और कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल के लिए भी बधाई दी।
उन्होंने ने कहा कि राजस्थान सदैव क्षमताओं और संभावनाओं से परिपूर्ण रहा है। विकास के इसी सामर्थ्य के कारण राज्य में रिकॉर्ड निवेश हो रहा है। परिवहन-संपर्क को हाईटेक बनाया जा रहा है, क्योंकि यहां औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, तेज गति वाले एक्सप्रेसवे और रेलवे, पर्यटन के अवसरों को बढ़ावा देंगे, जिससे राज्य के युवाओं को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने आज उद्घाटन किए गए ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का जिक्र करते हुए कहा कि यह राजस्थान को हरियाणा, पंजाब, गुजरात और जम्मू-कश्मीर से जोड़ेगा, जबकि जामनगर और कांडला जैसे महत्वपूर्ण वाणिज्यिक पत्तन भी बीकानेर और राजस्थान की पहुंच में आ जाएंगे। उन्होंने रेखांकित किया कि बीकानेर से अमृतसर तथा जोधपुर के बीच की दूरियां कम हो जाएंगी, साथ ही जोधपुर और गुजरात के बीच की दूरी भी कम हो जाएगी, जिससे क्षेत्र के किसानों और व्यवसायों को काफी फायदा होगा। प्रधानमंत्री ने कहा, "यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पूरे पश्चिमी भारत में आर्थिक गतिविधियों को मजबूती प्रदान करेगा।" उन्होंने तेल क्षेत्र रिफाइनरियों के साथ बढ़ते परिवहन-संपर्क पर प्रकाश डाला, जिससे आपूर्ति मजबूत होगी तथा देश में आर्थिक विकास को गति मिलेगी।
रेलवे लाइन के दोहरीकरण के बारे में बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने राजस्थान में रेलवे के विकास को दी गई प्राथमिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 2004-2014 के बीच राजस्थान को रेलवे के लिए औसतन प्रति वर्ष 1000 करोड़ रुपये से भी कम मिले, जबकि 2014 के बाद राज्य को हर साल औसतन 10,000 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस अवसंरचना विकास के सबसे बड़े लाभार्थी छोटे व्यवसायी और लघु उद्योग हैं। उन्होंने बीकानेर के अचार, पापड़, नमकीन का जिक्र किया और कहा कि बेहतर परिवहन-संपर्क से ये छोटे कारोबारी अपने उत्पाद दुनिया के हर कोने तक पहुंचाने में सक्षम होंगे।
राजस्थान के विकास के प्रयासों के बारे में प्रधानमंत्री ने लंबे समय से उपेक्षित सीमावर्ती गांवों के लिए वाइब्रेंट ग्राम योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “हमने सीमांत गांवों को देश का ‘पहला गांव’ घोषित किया है। इससे इन क्षेत्रों में विकास होगा और देश के लोगों में इन क्षेत्रों की यात्रा करने को लेकर दिलचस्पी बढ़ेगी।“
प्रधानमंत्री ने राजस्थान पर करणी माता और सालासर बालाजी की कृपा की चर्चा की और कहा कि राज्य को विकास के शिखर पर होना चाहिए। इसलिए, भारत सरकार पूरी ताकत से राजस्थान के विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने निष्कर्ष के तौर पर कहा कि सभी के संयुक्त प्रयास से राजस्थान के सभी विकास लक्ष्य साकार होंगे।
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