02 November 2020 03:56 PM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मौत के ब्याज का धंधा करने वाले माफियाओं पर सनसनीखेज ख़बर सामने आई है। बीकानेर के चप्पे चप्पे में जहर की तरह फ़ैल चुका यह जानलेवा धंधा घर घर का सरदर्द बन चुका है। पुख्ता सूत्रों की मानें तो परकोटे के अंदर व आसपास मौत के ब्याज का धंधा करने वाले माफियाओं की संख्या सैकड़ों हैं। तीन रूपए सैकड़े से दो सौ रूपए सैकड़े तक के ब्याज पर कर्जा देने वाले ये माफिया मजबूर लोगों की ज़िंदगी में कैंसर की तरह आ जाते हैं। इनके चंगुल से निकलना बर्बादी या मौत से पहले नामुमकिन सा होता है। ख़बरमंडी न्यूज़ ने जब से "मौत का ब्याज़" नाम से अभियान चलाकर अपराधों की जड़ बन चुके इस धंधे की पोल खोलना शुरू किया है, हमारे पास लगातार पीड़ित लोग आ रहे हैं। मीडिया व सोशल मीडिया भी ख़बरमंडी के मुद्दे से इत्तेफाक रखने लगे हैं। लोगों की बर्बादी का आलम यह है कि परकोटे के अंदरूनी क्षेत्र के युवक को सवा दो लाख के कर्जे का भुगतान 20 लाख करना पड़ा। नाम ना बताने की शर्त पर युवक ने ख़बरमंडी को बताया कि उसने क्रिकेट का सट्टा खेल लिया था। जिसमें उसके सवा दो लाख रुपए लग गये। इस पैसे को चुकाने के लिए उसने 6 माफियाओं से अलग अलग ब्याज पर पैसे लिए। सट्टे का पैसा तो इस कर्ज से चुका दिया गया, लेकिन मौत के ब्याज पर लिए गए सवा दो लाख रूपए के ब्याज व मूल को चुकाते चुकाते बीस लाख रूपए स्वाहा हो गये। युवक से मिली जानकारी के अनुसार उसने 15 रूपए सैकड़े से 25 रूपए सैकड़े तक का कर्जा लिया था।
इसी तरह एक अन्य व्यक्ति ने भी साठ हजार रुपए का कर्जा लिया था। शादी में लिए कर्जे को चुकाने के लिए साठ हजार रूपए के कर्जे से हुई शुरूआत इतनी गलत थी कि अभी तक वह साढ़े चार लाख चुका है मगर जगह जगह का कर्जदार है। ख़बरमंडी न्यूज़ के पास हर रोज ऐसे मामले आ रहे हैं। पुलिस व प्रशासन के पास अपराधों के बाप इस मौत के ब्याज माफिया पर लगाम लगाने को लेकर कोई सोच नहीं है। वहीं पीड़ित इन माफियाओं के भय व बदनामी के डर की वजह से पुलिस तक नहीं जाते। हालांकि ऐसे मामले भी सामने आए जब पुलिस थानों में पीड़ित को दबाया गया व माफिया का पक्ष लिया गया। अगर पुलिस विभाग अपने थानों के प्रभारियों व पुलिसकर्मियों से ही पूछे तो ऐसे सैंकड़ों माफियाओं पर लगाम लगाई जा सकती है। बिना किसी लाइसेंस मौत के ब्याज का धंधा करने वाला माफिया कर्जा देते वक्त ब्लैंक चैक, स्टांप सहित सोना व ज़मीनों के कागजात तक गिरवी़ रख लेते हैं। इसी की आड़ में मजबूर को ब्लैकमेल किया जाता है। ख़बरमंडी की तहकीकात में सामने आया कि ये माफिया पीड़ित से धोखाधड़ी तक कर लेते हैं। वहीं इनकी धमकियों से डर कर पीड़ित गलत कदम उठाते हैं। जिनमें आत्महत्या से लेकर तस्करी जैसे अवैध धंधों की ओर युवा बढ़ जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो ख़बरमंडी न्यूज़ को इस नंबर (7014330731, 9549987499) पर बताएं।
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