12 October 2021 11:30 AM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर में कोरोना का भय डेंगू पर डायवर्ट हो चुका है। पीबीएम के हालात ये हैं कि हर वार्ड में क्षमता से अधिक मरीज हैं। सभी मेडिसिन वार्डों के बेड व धरातल मरीजों से भरे हुए हैं। 70-70 बेड के वार्डों में 120-125 तक मरीज़ हैं। हालांकि विभाग आंकड़ें छुपाने के पूरे प्रयास कर रहा है मगर आंकड़ें छिप नहीं रह पा रहे। सूत्रों की मानें तो पीबीएम में रोज 150-200 डेंगू के मरीज़ आ रहे हैं। प्राइवेट अस्पतालों व क्लिनिकों में भी डेंगू मरीजों की भीड़ दिखाई दे रही है। घरों में भी डेंगू के मरीज भरे हैं। कहीं कहीं एक एक घर में 2-4 मरीज़ हैं। इन सबके बीच समस्या यह भी खड़ी है कि पीबीएम में मरीजों को भर्ती करने की जगह ही दिखाई नहीं दे रही है। 
समाधान की बात करें तो 400 बेड का एमसीएच डेंगू मरीजों के लिए काम आ सकता है। एमसीएच में अभी मरीज़ नहीं है, जबकि सारी व्यवस्थाएं मौजूद है।
समस्या और समाधान के बीच उलझा स्वास्थ्य विभाग कहीं ना कहीं जिम्मेदारी निभाने में पिछड़ा हुआ है। शहर में फोगिंग आवश्यकता के अनुरूप नहीं हो रही है। यहां तक कि फोगिंग कर्मी भी मौका मिलते ही डीजल बचाने की फिराक में हैं। हमारे सर्वे में सामने आया है कि फोगिंग के कार्य में भी धांधली की संभावनाएं हैं। इसी तरह नगर निगम के कर्मचारी भी जिम्मेदारी निभाने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं। अगर निगम सफाई व्यवस्था को चाक चौबंद रखे तो स्थितियां इतनी ना बिगड़े। 
ख़बर लिखने तक कलेक्टर नमित स्वास्थ्य विभाग सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। डेंगू नियंत्रण को लेकर चर्चा चल रही थी। उल्लेखनीय है कि डेंगू का लार्वा अधिकत्तर ठहरे हुए पानी में पनपता है। ऐसे में आमजन अपने घरों व घरों के बाहर पानी को इकट्ठा ना होने दें।
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