23 July 2025 02:35 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। स्पा की आड़ में वेश्यावृत्ति भी अब बीकानेर के लिए नशे और सड़क के खड्डों जितनी ही बड़ी समस्या बन चुकी है। चप्पे चप्पे पर बने स्पा मसाज सेंटर जमकर वेश्यावृत्ति करवा रहे हैं। एक सर्वे के अनुसार इन स्पा मसाज सेंटर्स में कार्य कर रही युवतियां व महिलाएं किसी भी स्पा मसाज विधि की विशेषज्ञ नहीं है। यहां वेश्यावृत्ति होने की तस्दीक इस बात से ही हो जाती है कि ये सेंटर जिन युवतियों को स्पा के लिए रखते हैं, उन्हें स्पा मसाज की तकनीक ही नहीं पता होती। तर्क यह भी है कि स्पा मसाज की विशेषज्ञ को भला क्यूं 500-500 रूपए में स्पा सेंटर्स में सेवाएं देनी पड़े।
-स्पा सेंटर्स ने बदला वेश्यावृत्ति का ट्रेंड : शुरुआती दौर में स्पा सेंटर्स के अंदर ही वेश्यावृत्ति का घिनौना धंधा करवाया जाता था। लेकिन अब ट्रेंड थोड़ा बदल लिया गया है। कुछ स्पा अब लड़कियों की डोर डिलीवरी भी करवाने लगे हैं। स्पा से जुड़ा दलाल या कर्मचारी लड़की को स्कूटी अथवा मोटरसाइकिल पर बिठाकर ग्राहक तक पहुंचाता है। हालांकि स्पा के अंदर भी जमकर वेश्यावृत्ति चल रही है।
-एक से अधिक मालिक, कई दलाल, देशभर में नेटवर्क: बीकानेर के स्पा मसाज सेंटर्स का नेटवर्क काफी बड़ा है। पावरफुल लोग भी इससे जुड़े हैं। एक सर्वे के अनुसार अधिकतर स्पा पार्टनरशिप में है। अधिक मालिक होने से ताकत भी बढ़ जाती है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि कुछ ताकतवर लोगों की भी इन स्पा सेंटर्स में पार्टनरशिप है। इतना ही नहीं लड़कियां व ग्राहक उपलब्ध करवाने वाले दलालों का भी इन स्पा सेंटर्स से गहरा जुड़ाव है। कुछ दलाल वो हैं जो अलग अलग शहरों व राज्यों की युवतियों व महिलाओं को स्पा सेंटर्स से जोड़ते हैं। वहीं कुछ दलाल वो हैं जो ग्राहकों को स्पा सेंटर्स से जोड़ते हैं। इन स्पा सेंटर्स का राजस्थान ही नहीं बल्कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों से बड़ा कनेक्शन है। बीकानेर में इन सभी शहरों व राज्यों की लड़कियां लाई हुई है।
-स्पा एक्सचेंज करते रहते हैं लड़कियां: एक ही चेन से जुड़े स्पा हर कुछ दिनों में लड़कियां बदलते रहते हैं। एक स्पा की दूसरे में, दूसरे की तीसरे में, इस तरह से लड़कियों की अदला बदली चलती रहती है।
-काउंटर पर स्पा का व अंदर जिस्मफरोशी का चार्ज: अधिकतर स्पा काउंटर पर स्पा की फीस लेते हैं। जबकि सेक्स फीस सीधे स्पा के लिए नियुक्त युवती या महिला के मार्फत ही ली जाती है। हालांकि कुछ स्पा ऐसे भी हैं जिन्हें अभय प्रताप है, वे सीधे काउंटर पर ही दोनों तरह की फीस ले लेते हैं।
ख़ास बात यह है कि ये लोग स्पा की आड़ में सेक्स फीस भी ऑनलाइन ले लेते हैं।
-नाबालिग भी फंस रहे गंदे खेल में: लंबे समय से नाबालिग लड़के भी इन स्पा सेंटर्स के चंगुल में फंसे हैं। यहां किसी की आईडी नहीं देखी जाती। ना ही उम्र पूछी जाती है। 14,15,16 व 17 साल के लड़के भी स्पा सेंटर्स में ग़लत काम करके आते हैं।
-बीकानेर सिटी के लगभग हर थाना क्षेत्र में चल रहा स्पा की आड़ में वेश्यावृत्ति का खेल: बीकानेर सिटी के रानी बाजार, जयनारायण व्यास कॉलोनी, पवनपुरी, जयपुर रोड़, मुक्ताप्रसाद नगर, गंगाशहर, बोथरा कॉम्प्लेक्स के आसपास, डीआरएम ऑफिस के आसपास, सादुलगंज क्षेत्र सहित लगभग हर थाना क्षेत्र में स्पा की आड़ में वेश्यावृत्ति का धंधा खुल्लमखुल्ला चल रहा है।
-क्यूं नहीं है स्पा सेंटर्स कैमरों की नज़र में : आम जनता से लेकर पुलिस तक सबको स्पा सेंटर्स में चल रहे घिनौने धंधे की जानकारी है। सभ्य परिवार इन स्पा सेंटर्स की वजह से त्रस्त हैं। उन्हें अपने बच्चों की चिंता है। मगर हमारा सिस्टम इन स्पा को कंट्रोल ही नहीं कर पा रहा। प्राथमिक तौर पर हर एक स्पा के एंट्रेंस पर कैमरे अनिवार्य करने चाहिए। साथ ही स्पा के आगे लिखा जाना चाहिए कि आप कैमरे की नज़र में है। इससे अनैतिक गतिविधियों में युवाओं की लिप्तता घटेगी।
-बिना किसी रजिस्ट्रेशन व नियम के चल रहे स्पा : बीकानेर के स्पा सेंटर्स पूरी तरह से अवैध हैं। ऐसे में ये सभी कानून की जद में नहीं हैं। जबकि स्पा के लिए भी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया सहित कड़े नियम अनिवार्य होने चाहिए।
अपराधों पर लगाम कसनी है तो स्पा मसाज देने वाले कर्मचारी अनिवार्य रूप प्रशिक्षित होने चाहिए। शरीर को ग़लत मसाज मिलने पर उसे भारी नुक़सान भी होता है। अगर वास्तव में किसी स्पा सेंटर में मसाज दी जाती है तो वहां प्रशिक्षित स्टाफ भी होना चाहिए।
-महिलाएं ही क्यूं करती है पुरुषों के मसाज: अगर स्पा सेंटर्स में सबकुछ ठीक चल रहा है तो सवाल यह है कि पुरुषों को स्पा मसाज देने के लिए महिलाएं और युवतियां ही क्यूं रखी जाती है? जबकि यह भारतीय समाज के अनुरूप नहीं है।
-समाज खोलेगा आंखें तभी होगा सुधार : स्पा मसाज की आड़ में वेश्यावृत्ति के इस धंधे को रोकने के लिए समाज को ही आगे आना होगा। समाज की यह जिम्मेदारी है कि वह अपने आस पास चल रही अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ शिकायत करें, आवाज़ उठाएं। यह भी समाज की जिम्मेदारी है कि वह अपने परिजनों को स्पा सेंटर्स में जाने से रोकें।
अब देखना यह है कि नशा और स्पा की आड़ में वेश्यावृत्ति का यह राक्षस समाज को खा जाता है या जिम्मेदार अपना कर्तव्य निभाकर धर्मनगरी छोटी काशी बीकानेर को इस प्रदूषण से मुक्त करवाते हैं।
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