16 September 2021 11:39 AM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर की सड़कों पर एक के बाद एक एक्सीडेंट हो रहे हैं। लापरवाहों की वजह से बेकसूर वाहन सवारों को मौत मिल रही है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर जाने से तो अब डर लगने लगा है। दूसरी तरफ पुलिस आधारभूत काम करने की बजाय अन-प्रॉडक्टिव टारगेट पूरे करने में उलझी है। जबकि अधिकतम एक्सीडेंट ओवर स्पीड, ओवर लोडिंग व रॉन्ग साइड से हो रहे हैं, मगर इन पर पुलिस या संबंधित ईकाई का कोई ध्यान ही नहीं है। इन मुद्दों की याद भी पुलिस को तभी आती है जब टारगेट पूरे करने हों।
बीती रात जैसलमेर-कोलायत हाइवे पर भी ओवर लोडिंग का खतरनाक दृश्य देखने को मिला। एडवोकेट अनिल सोनी ने इसे अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया। राजस्थान पुलिस हेल्प डेस्क को ट्वीटर पर शिकायत भी डाली। यहां एक ट्रक ओवर लोडेडे था। ओवर लोडिंग भी इतनी अधिक थी कि ट्रक एक साइड से झुका हुआ सा चल रहा था। कभी भी यह ट्रक पलटकर आस पास से गुजर रहे वाहन चालकों को पपड़ी बना सकता था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि टोल प्लाजा से भी ऐसे वाहन पास हो जाते हैं। सूत्रों से पता चला कि हरी पत्ती दिखते ही टोल प्लाजा नियम कायदे ताक पर रखकर ऐसे खतरनाक वाहनों को निकलने देते हैं। ओवरलोडिंग, ओवरस्पीड व रॉन्ग साइड के केस आपको चारों तरफ के राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर लिंक रोड़ पर हर रोज देखने को मिल जाएंगे। यह मामला केवल लापरवाही व कानून तोड़ने से ही नहीं जुड़ा है, बल्कि संवेदनाओं से भी जुड़ा है। सिस्टम को अपनों को खोने वाले परिवारों के दर्द को महसूस करते हुए संवेदनशील होना चाहिए। आखिर, सिस्टम है भी इसीलिए। हेलमेट व सीट बेल्ट दुर्घटना होने पर बचा सकते हैं, मगर दुर्घटना रोक नहीं सकते। पुलिस को दुर्घटना रोकने की दिशा में काम करना होगा। पुलिसिंग तब सराहनीय मानी जाए जब वाहन चालक ओवरलोडिंग करने से डरे, ओवर स्पीड व रॉन्ग साइड वाहन चलाने की सोच भी ना रखें। देखें वीडियो
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