16 June 2021 10:03 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मौत वाले ब्याज के धंधे ने आखिर हत्या जैसी बड़ी वारदात करवा ही दी। उदासर निवासी चतराराम साटिया की हत्या के आरोपियों से हुई पुलिस पूछताछ में यह खौफनाक सच बाहर आया है। हत्या के आरोपी उदासर निवासी 20 वर्षीय गौरव शर्मा व 24 वर्षीय शंकर नायक ने पुलिस के सामने हत्या के पीछे के इस खौफनाक सच का खुलासा किया है। दोनों ने चतराराम की हत्या करना स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
ये है पूरा मामला:
बुधवार सुबह 11 बजे जेएनवीसी पुलिस को वृंदावन एन्क्लेव की सुनसान जगह पर एक शव होने की सूचना मिली थी। सूचना पर सीओ सदर पवन भदौरिया व जेएनवीसी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। एक पुरानी एस्टीम कार में अज्ञात शव मिला। मौके पर फोरेंसिक व एफ एस एल टीम को बुलाया गया। कार नंबर से मृतक की पहचान हुई। वहीं आस पास निवास कर रहे साटिया समाज के लोगों व मृतक के पिता को बुलाकर शव दिखाया गया, तो शव चतराराम साटिया का होने की पुष्टि हो गई। जानकारी मिली कि मंगलवार को देर रात तक दो युवक चतराराम के साथ देखे गए थे। युवकों की पहचान भी उजागर की गई। पुलिस ने दो टीमें तैयार की। उधर टोल नाकों सहित हाइवे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। उदासर गांव में आरोपियों के घर दबिश दी गई। वह दोनों वहां नहीं मिले। उनके मोबाइल नंबर की ट्रेसिंग शुरू की गई। हुलिया व फोटो लेकर मुखबिरों को दी गई। दोनों टीमें भी तलाशी में लगी। आखिरकार गौरव शर्मा रेलवे स्टेशन के पास मिला। वहीं शंकर नायक जेएनवीसी के बाजार में मिला। गौरव ने अपना मोबाइल बेचकर नया मोबाइल खरीद लिया था। वहीं सिम भी बंद कर दी थी। वह भागने की फिराक में था। दोनों को राउंड अप कर पूछताछ की गई, जिसमें दोनों ने हत्या करना स्वीकार कर लिया।
मामले की जांच कर रहे सीओ सदर पवन भदौरिया ने बताया कि चतराराम ब्याज का धंधा करता था। गौरव ने उससे 14 हजार रूपए ब्याज पर लिए थे। शंकर इसमें गारंटर था। चतराराम ने 14 हजार रूपए पर अप्रत्याशित ब्याज लगाकर गौरव से लाखों रूपए की मांग की। वह गौरव तथा शंकर को धमकाने लगा। गौरव के घर के कागजात तक ले लिए। चतराराम की बदमाशी इतनी बढ़ गई कि उसने गौरव के घर पर कब्जा करने का समय भी दे दिया। परेशान युवकों ने उसकी हत्या का प्लान बनाया। मंगलवार शाम दोनों युवक चतराराम से मिले। उसे विश्वास में लेकर शराब पार्टी हेतु राजी किया। चतराराम की एस्टीम कार में ही खारा पार्टी करने गए। वापिस वृंदावन एन्क्लेव की सुनसान जगह पर शराब के नशे में धुत्त चतराराम की उसी की एस्टीम कार में गला घोंटकर हत्या कर दी। घटना के 12 घंटे बाद यानी बुधवार सुबह 11 बजे लोगों की नजर मृतक पर पड़ी। पुलिस ने कार्रवाई में फुर्ती दिखाते हुए पोस्टमार्टम से पहले दोनों आरोपियों को ही दबोच लिया। शाम को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि बीकानेर में 5 रूपए सैकड़ा से 20-25 रूपए सैकड़ा या उससे भी अधिक दर पर ब्याज का धंधा करने वाला माफिया सक्रिय है। हजारों युवा ऐसे माफियाओं से पीड़ित हैं। ख़बरमंडी न्यूज़ ने 10 माह पूर्व मौत के ब्याज वाले इस माफिया के खिलाफ अभियान चलाया था। तत्कालीन एसपी प्रहलाद सिंह कृष्णियां ने एक्शन का मन भी बना लिया था। तभी उनका ट्रांसफर हो गया। यह माफिया पनप रहा है कि क्योंकि पुलिस इन पर कोई एक्शन नहीं लेती। वहीं पीड़ित युवक इनसे डरते हैं। बता दें कि हथियार तस्करी, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी सहित गंभीर अपराधों की जड़ मौत का ब्याज माफिया ही है। चतराराम हत्याकांड के पीछे भी मौत का ब्याज ही कारण बना। एक तरफ अपराध घटित हुआ, दूसरी तरफ दो युवाओं की जिंदगी खराब हो चुकी है। ऐसे में पुलिस को चाहिए कि वह मौत के ब्याज का धंधा करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करें। ताकि फिर कोई हत्या ना हो। फिर कोई मजबूर अपराधी ना बनें।
उल्लेखनीय है कि कार्यवाहक एसपी आईपीएस शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया के निर्देशन में सीओ पवन भदौरिया के डायरेक्ट सुपरविजन में जेएनवीसी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज के नेतृत्व वाली टीम ने कुछ घंटों में ही हत्या की गुत्थी सुलझाई है। कार्रवाई करने वाली भारद्वाज मय टीम में उनि सुषमा, एएसआई गुलाम नबी, एचसी साइबर सैल दीपक कुमार यादव, एचसी रोहिताश भारी, साइबर सैल कांस्टेबल दलीप सिंह, कांस्टेबल सूर्य प्रकाश, कांस्टेबल रघुवीर दान, कांस्टेबल राकेश, कांस्टेबल ब्रजपाल, कांस्टेबल अनिल कुमार, कांस्टेबल अमित कुमार, कांस्टेबल राजेंद्र सिंह व कांस्टेबल झाबर मल डीआर शामिल थे।
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