26 December 2022 03:38 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। शहर से होकर गुजरने वाला नोखा रोड़ हाइवे राहगीरों के लिए बड़ा खतरा साबित हो रहा है। सिस्टम की लापरवाही की वजह से यहां रोज हादसे हो रहे हैं तो कुछ हादसे सिर पर हैं। गंगाशहर की बाफना स्कूल से जैन कॉलेज होते हुए जैन स्कूल तक जाने वाली इस हाइवे रोड़ पर सूर्यास्त के बाद घना अंधेरा छा जाता है। समस्या कुछ दिनों से नहीं बल्कि लंबे समय से है। यहां से सिस्टम से जुड़े लोगों की गाड़ियां भी गुजरती है मगर शहर की व्यवस्था से किसी को कोई मतलब नहीं है। कोहरे वाली ठंड के आगमन के बाद इस रोड़ पर खतरा और खतरे की अवधि और अधिक हो गई है। दूसरी तरफ यहां दोनों ओर की रोड़ का निर्माण कार्य भी चल रहा है। इस वजह से यहां थोड़ी थोड़ी दूरी पर ही पत्थरों के ढ़ेर लगे पड़े हैं। चालकों को अंधेरे में पत्थर नहीं दिखते, अपने नजदीक आने पर पता चलता है।
अब ऐसे में सवाल यह है कि अगर कोई हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी किसकी रहेगी? सिस्टम ये क्यों नहीं समझता कि यमराज से किसी की दोस्ती नहीं होती। सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार ने सड़क के दोनों तरफ पत्थरों के ढ़ेर लगा दिए हैं तो वहीं हाइवे रोड़ लाइटों से जुड़े विभाग आंखें मूंदे बैठे हैं। समस्या गंभीर है अगर तुरंत प्रभाव से समाधान नहीं किया गया तो दुर्घटना में किसी की जान भी जा सकती है। देखें वीडियो
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