15 January 2021 03:47 PM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। फेसबुक से ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। आए दिन लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं। फेसबुक हैक करके फेसबुक मित्रों से पैसे मांगने के इतर अब फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर पैसे मांगने का मामला सामने आया है। गंगाशहर नई लाइन निवासी अमित भूरा की किसी ने फर्जी फेसबुक आईडी बना ली है। अब उस फर्जी फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर मित्र जोड़े जा रहे हैं तथा जुड़े हुए मित्रों से पांच से दस हजार रूपए की मांग की जा रही है। फ्रॉड द्वारा यह पैसे इमरजेंसी बताकर मांगे जा रहे हैं। अभी तक प्राप्त सूचना के अनुसार फ्रॉड ने एक मित्र को एक नंबर देकर फोन पे करने को कहा। ये नंबर भी अमित के नाम से शो हो रहे हैं, जबकि ये नंबर (8053805816) अमित भूरा के नहीं है। इसके अतिरिक्त एक मित्र को पैसे जमा करवाने के लिए बाकायदा बैंक अकाउंट नंबर दिया गया। दिया गया बैंक अकाउंट नंबर 20100006302191 है, जिसका आईएफएससी कोड FSFB0000001 है तथा बैंक का नाम फाइन केयर स्मॉल फाइनेंस बैंक बताया जा रहा है।
बता दें कि पूर्व में आए फेसबुक ठगी के मामलों से ये मामला थोड़ा अलग है। आमतौर पर फेसबुक आईडी हैक कर हैकर गैंग द्वारा पांच से दस हजार की मांग मेडिकल इमरजेंसी के नाम पर की जाती है। वहीं पेमैंट गूगल पे, फोन पे आदि माध्यमों से लिया जाता है। वहीं इस बार आईडी हैक करने के बजाय नई फर्जी आईडी बनाकर पैसे की मांग की गई है। इस बार ठग ने मेडिकल इमरजेंसी का जिक्र नहीं किया, वहीं पैसे जमा करवाने के लिए फोन पे के अलावा बैंक अकाउंट नंबर भी उपलब्ध करवाया है।
आए दिन हो रहे इस सोशल मीडिया फाइनेंसियल क्राइम से आमजन असुरक्षित महसूस कर रहा है। मगर पुलिस इस मामले में अभी तक कदम नहीं उठा रही है। ये समस्या केवल बीकानेर की नहीं बल्कि पूरे राजस्थान की है।
गौर करने वाली बात यह है कि पुलिस पांच से हजार की ठगी के छोटे मामले में अपना समय, श्रम व अर्थ खर्च ही नहीं करना चाहता, वहीं ठग भी बड़े चतुर हैं जो एक व्यक्ति से दस हजार से अधिक पैसों की ठगी ही नहीं करते। शायद ठगों को भी मालूम है कि पुलिस ऐसे छोटे मामलों पर संज्ञान ही नहीं लेगी।
बता दें कि आमजन ही नहीं बल्कि राजस्थान पुलिस का एक इंस्पेक्टर भी इस ठगी गैंग की चपेट में आ गया था। एक व्यक्ति से देखा जाए तो एक मामला केवल पांच दस हजार का होता है, लेकिन इसे वृहद स्तर पर देखा जाए तो इन ठग अब द्वारा अब तक लाखों करोड़ों की ठगी किए जाने का अनुमान है। आमतौर पर एक आईडी हैक करने या फर्जी आईडी बनाने से दस मित्रों को चूना लगाने में सफलता मिल जाती है। पिछले दो साल से सक्रिय इस ठगी गैंग ने अब तक हजारों अकाउंट हैक किए होंगे, ऐसे में करोड़ों की राशि ठगने में सफल होने की आशंका है। अब देखना यह है कि बीकानेर सहित प्रदेश पुलिस आमजन की इस समस्या पर गंभीर होती है या यूं ही बात आई गई करती रहती है।
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