20 November 2021 08:39 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के खिलाफ जिला कलेक्टर नमित मेहता आज नाराज दिखे। पीबीएम स्थित एमसीएच विंग सहित नापासर व गुसांईसर के स्वास्थ्य केंद्रों के औचक निरीक्षण के दौरान एक्शन भी लिए। एमसीएच विंग के निरीक्षण के दौरान भर्ती मरीजों से उनके उपचार की जानकारी ली। यहां निर्माणाधीन तथा एक्टिव ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट्स के बारे में जाना। सभी प्लांट्स शीघ्र चालू करने के निर्देश दिए। ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर व वेंटिलेटर की स्थिति भी जानी। मेहता ने संभावित तीसरी लहर को गंभीरता से लेते हुए इन सभी व्यवस्थाओं सहित पीकू व नीकू वार्ड को व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए।
डेंगू एवं अन्य मौसमी बीमारियों की स्थिति, भर्ती मरीजों, बेड व दवाइयों की उपलब्धता भी जानी।
नापासर में निरीक्षण के दौरान काफी अव्यवस्थाएं मिली। नापासर में एक ही डॉक्टर मिला। तीन की आवश्यकता वाले स्वास्थ्य केंद्र के अन्य दो डॉक्टरों के बीकानेर की 6 नंबर डिस्पेंसरी व डिप्टी सीएमएचओ कार्यालय में लगे होने की जानकारी मिली। मेहता ने दोनों डॉक्टरों का डेपुटेशन निरस्त कर दिया। इनमें डॉ निकिता डिप्टी सीएमएचओ कार्यालय व डॉ उत्कर्ष पुरोहित सिटी डिस्पेंसरी नंबर 6 में डेपुटेशन पर लगे हैं।
नापासर की चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डोली संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दे पाईं। अव्यवस्थाएं भी बहुत मिली। उन्हें एपीओ करने के मौखिक आदेश किए गए। गुसांईसर के स्वास्थ्य केंद्र में भी अव्यवस्थाएं मिलीं। यहां डॉ मनीष को कारण बताओ नोटिस दिया जाना है। इसके अतिरिक्त जीएनएम पूनम पर भी विभागीय कार्रवाई करने की बात सामने आ रही है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें एपीओ किया जा सकता है।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण इलाकों के अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों की हालत नाजुक ही रहती है।बता दें कि पीबीएम में कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान एडीएम अरुण प्रकाश शर्मा, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ मुकेश आर्य, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएल मीणा, डॉ सुरेंद्र वर्मा व डॉ संजय कोचर साथ रहे।
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