21 September 2020 01:20 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पीबीएम में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटरों को जनवरी से सैलरी नहीं देने वाले आर के मानव संस्थान पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। सैलरी ना मिलने से नाराज़ कुछ कर्मचारियों का आरोप है कि आर के मानव संस्थान के प्रोपराइटर रामकिशन विश्नोई कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। यह शोषण केवल सैलरी ना देने तक ही सीमित नहीं है। कर्मचारियों के अनुसार उन्हें हर माह 6346 रूपए का चैक दिया जाता है। जिसमें से पांच सौ रुपए उन्हें वापिस रामकिशन को देने पड़ते हैं। वहीं संस्थान का कहना है कि उन्हें सरकार से पेमेंट नहीं मिल रहा है, ऐसे में उनके पास सैलरी देने के लिए फंड ही नहीं है। सूत्रों के मुताबिक टेंडर के नियमों में सरकार से पेमेंट ना मिलने की स्थिति में ठेकेदार ही कर्मचारियों की तनख्वाह देने के लिए बाध्य है। इसी वजह से टेंडर की शर्तों में ठेकेदार की सक्षमता भी देखी जाती है।
सूत्रों के अनुसार आर के मानव संस्थान द्वारा बेकसूर कर्मचारियों की सैलरी रोकना गैर कानूनी है, यह टेंडर की शर्तों का भी उल्लंघन है।
वहीं पीबीएम अधीक्षक मोहम्मद सलीम ने कहा कि ठेकेदार पीएफ नहीं काटते, बिलों में खामिया रखते हैं। साफ सुथरा हिसाब ना होने पर भुगतान रोक लिया जाता है। 6 माह तक भुगतान रोकने की बात सामने आई है, इस पर कार्रवाई की जाएगी। नियमानुसार ठेकेदार किसी भी स्थिति में कर्मचारियों की सैलरी नहीं रोक सकता। वहीं कर्माचारियों की तनख्वाह में से पांच सौ रुपए की वसूली की शिकायतें भी मिली है।
RELATED ARTICLES