14 December 2020 10:42 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर के एक बड़े नेता की पुत्री व बड़ी महिला नेता के नाम से फर्जी अश्लील वीडियो वायरल करने के मामले में पीड़िता ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। हालांकि साथ में वीडियो वायरल करने वाले कुछ लोगों के नाम भी दिए हैं लेकिन अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि किसने फेक वीडियो के सहारे महिला नेता को बदनाम करने की कोशिश की है। पीड़िता ने आज एसपी प्रहलाद सिंह कृष्णियां को परिवाद देकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। जिसके बाद एसपी के आदेश पर जेएनवीसी पुलिस ने जीरो नंबरी एफआईआर दर्ज की। इस गंभीर मामले की जांच स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एस ओ जी) करेगा। मुकदमा एससी एसटी एक्ट सहित 67 ए, 67 व 66 आईटी एक्ट, 354 व 120 बी आईपीसी के तहत दर्ज किया गया है। पीड़ित महिला नेता ने बताया कि उनके विरोधियों ने षड्यंत्रपूर्वक उनका फेक अश्लील वीडियो वायरल करवाया है। इसके पीछे उनकी मंशा उन्हें राजनीतिक रूप से पटकनी देना है। हालांकि पीड़िता ने किसी का नाम नहीं लिया है। पीड़िता ने बयान दिया है कि एक बेटी के साथ इतनी शर्मनाक हरकत करने वाले इज्जतदार लोग नहीं हो सकते। वहीं ऐसे राजनेता देश के लिए भी खतरा है। पीड़िता के अनुसार उनके प्रतिद्वंद्वियों ने उनका फेक अश्लील वीडियो दिल्ली कांग्रेस आलाकमान तक भी पहुंचा दिया। पीड़िता ने अपील की है कि चाहे उन्हें आगे से टिकट ना दें, पद ना दें लेकिन इतनी स्तरहीन हरकत किसी की बेटी के साथ ना करें। राजनीतिक लड़ाई स्वस्थ लोकतांत्रिक तरीके से लड़ी जानी चाहिए। पीड़िता ने आरोपियों के नाम सामने ना आने तक कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है। फिलहाल मामला एस ओ जी में जा चुका है।
बताया जा रहा है कि महिला नेता का यह फर्जी अश्लील वीडियो हाल ही में हुए जिला प्रमुख चुनाव के समय से ही वायरल हुआ था। महिला नेता को शुरुआती तौर में ही यह वीडियो वायरल करवाए जाने की भनक लग गई थी। लेकिन महिला नेता ने यह सोचकर सबकुछ नजर अंदाज कर दिया कि बीकानेर की राजनीति इतनी गन्दी नहीं हो सकती कि एक महिला की लैंगिक बदनामी कर सत्ता की रोटियां सेकेंगी। बता दें कि इस तरह से किसी महिला नेता के नाम से फर्जी वीडियो वायरल करने की मामले की हर ओर निंदा हो रही है।
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