13 October 2021 10:08 AM

	
				  
				      	 
			     
	
				  
				      	 
			     
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कुछ एक रेजीडेन्ट डॉक्टरों के अमर्यादित व्यवहार की वजह से संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल पीबीएम आए दिन आमजन के निशाने पर होता है। ये कुछ डॉक्टर वो हैं जो पद की गरिमा का ख्याल नहीं रखते, बल्कि स्वीकार ही नहीं करते कि वो एक सरकारी पद पर हैं, जिसके अपने नियम कायदे हैं। हाल ही में एक मीडियाकर्मी के साथ भी एक रेजीडेन्ट डॉक्टर ने अमर्यादित व्यवहार किया। मामला सोमवार दोपहर का है। बीकानेर के इस मीडियाकर्मी की पत्नी डेंगू मरीज हैं तथा के वार्ड में भर्ती है। ऐसे में पिछले चार-पांच दिनों से मीडियाकर्मी का पीबीएम में आना जाना है। रविवार रात हुई बल्ड सैंपलिंग को लेकर मीडियाकर्मी ने डिपार्टमेंट में मौजूद महिला चिकित्सक से सवाल किए। दोनों के बीच शांतिपूर्ण बातचीत चल रही थी। मीडियाकर्मी ने ब्लड सैंपल की मात्रा को लेकर सवाल खड़ा किया था। इसी बीच राउंड पर आए सीनियर डॉक्टर के साथ डॉ मोहित बिना किसी कारण बदतमीजी के साथ बातचीत में कूद पड़े। मीडियाकर्मी का कहना है कि उन्होंने पहचान पत्र भी लगा रखा था। डॉ मोहित को यह जानकारी दी कि वें मीडियाकर्मी है। बिना किसी बात के बदतमीजी पर उतारू डॉ मोहित ने मीडियाकर्मी को उठाकर अस्पताल से बाहर फेंकने की बात भी गार्डों को कह दी। मीडियाकर्मी का कहना है कि माहौल ना बिगड़ जाए, इसलिए वे शांत रहे। बाद में घटनाक्रम को लेकर पीबीएम अधीक्षक डॉ परमेंद्र सिरोही से शिकायत की गई। डॉ सिरोही ने विभागीय कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सवाल यह है कि पद की गरिमा भूलकर गुंडागर्दी की भाषा में बात करना डॉक्टर जैसे व्यक्ति के लिए कहां तक उचित है। एक तरफ डेंगू के प्रकोप से आमजन परेशान हैं। मीडियाकर्मी की पत्नी को भी डेंगू हो रखा है, वह परेशान है। ऐसे में एक रेजीडेन्ट डॉक्टर द्वारा मरीज़ परिजन की मनोदशा का ख्याल ना करते हुए इस तरह का अमर्यादित व्यवहार करना उसकी संवेदनशीलता पर सवाल खड़े करता है।
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