09 April 2025 11:57 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। विवाह के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त के मामले भारत में काफी अधिक है। इस तरह की खरीद फरोख्त में देशभर में दलाल सक्रिय हैं। जयपुर पूर्व की उपायुक्त तेजस्वनी गौतम के निर्देशन में बस्सी थाना पुलिस ने एक महिला सहित चार जनों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों की पहचान म.न. 12 पार्षद नगर, प्रेमनगर आगरा रोड़, पुलिस थाना खोनागोरियान जयपुर पूर्व हाल सर्वसमाज गायत्री फाउंडेशन सुजानपुरा, पुलिस थाना बस्सी निवासी 52 वर्षीय गायत्री विश्वकर्मा पत्नी रामोतार जांगिड़, मोतीपुरा, नसीराबाद थाना क्षेत्र, अजमेर निवासी 27 वर्षीय भगवानदास पुत्र गोपी मेघवंशी, मोतीपुरा निवासी 45 वर्षीय महेंद्र पुत्र गोपी मेघवंशी व गादरवाडा, कोलवा, दौसा निवासी 32 वर्षीय हनुमान सिंह पुत्र जगन्नाथ गुर्जर के रूप में हुई है।
आईपीएस तेजस्वनी गौतम ने बताया कि आरोपी गायत्री द्वारा सुजानपुरा में अवैध रूप से सर्वसमाज गायत्री फाउंडेशन नाम से एनजीओ चलाया जा रहा था। सूचना मिली थी कि इस एनजीओ में विवाह के लिए नाबालिग लड़कियों की खरीद फरोख्त होती है। इस पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आशाराम चौधरी के सुपरविजन, डीएच आईपीएस विनय कुमार के निर्देशन व थानाधिकारी बस्सी आईपीएस अभिजीत पाटिल के नेतृत्व में उनि फूलबाई मय टीम ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि इस एनजीओ के एजेंट बिहार, उत्तरप्रदेश बंगाल सहित अन्य राज्यों में फैले हुए हैं। एनजीओ के इन एजेंट को स्काउट कहा जाता है। ये इन राज्यों से गरीब घरों की लड़कियां चिन्हित करते हैं। उन्हें बहला फुसलाकर बस्सी स्थित इस एनजीओ को बेच देते हैं।
एनजीओ द्वारा इन नाबालिग लड़कियों के फर्जी कागजात तैयार करवाए जाते हैं। इसके बाद विवाह हेतु बेच दिया जाता है। एनजीओ इसके बदले लड़के वालों से मोटी रकम लेता है।
यहां तक कि जो लड़कियां शादी हेतु मना करती है उन्हें गुंडों से पिटवाया जाता है। धमकियां दी जाती है। लड़कियों को डेरे से बाहर नहीं जाने दिया जाता।
आईपीएस तेजस्वनी गौतम के अनुसार मुख्य आरोपी गायत्री 7-8 साल पहले यह अवैध धंधा कानोता इलाके में चलाती थी। वहां उसके खिलाफ अधिक मुकदमें दर्ज होने की वजह से वह कानोता छोड़कर बस्सी इलाके में आ गई।
पुलिस ने मौके से एक औरत को भी दस्तयाब किया। आरोपियों के खिलाफ जीरो नंबरी एफ आई आर दर्ज कर उत्तरप्रदेश पुलिस को भेजी गई है।
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