07 April 2021 11:09 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। एसपी प्रीति चंद्रा की जिला विशेष टीम के हीरोज ने मिलकर मात्र 12 घंटों में ही तीन बदमाशों की हीरोपंती निकाल दी। मंगलवार शाम को नयाशहर थाना क्षेत्र के जंभेश्वर नगर स्थित आसाराम सोनी की ज्वैलरी शॉप में घुसे इन नकाबपोश बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर बाइस ग्राम स्वर्ण आभूषणों की लूट की थी। आसाराम को डराने के लिए फर्श पर फायरिंग भी की। घटना के बाद थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण मय पुलिस टीम मौके पर पहुंची। एसपी ने तुरंत प्रभाव से अपनी विशेष टीम सहित विभिन्न टीमों को चारण के नेतृत्व में एक्टिव किया। एसपी के सकारात्मक रवैये की वजह से टीमों ने देर रात करीब दो बजे दो बदमाशों को दबोच लिया, वहीं तीसरे को सुबह पीलीबंगा से दबोच लिया गया।
जानकारी के अनुसार इस पूरी पुलिस टीम में विशेष टीम के हैड कांस्टेबल दीपक यादव साइबर सैल, कांस्टेबल लखविंद्र सिंह व कांस्टेबल योगेन्द्र कुमार की अहम भूमिका रही।
पुलिस के अनुसार इस सफलता के पीछे विभिन्न पहलुओं पर किया गया अनुसंधान महत्वपूर्ण कारण रहा। पुलिस टीमों ने घटनास्थल का मुआयना करते हुए दुकान में लगे सीसीटीवी, दुकान से सभी ओर जाने वाले रास्तों व गलियों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। दूसरी ओर पूर्व में वारदातें करने वाले बदमाशों की गुप्त सूत्रों से आसूचना एकत्र की गई। सोशल साइट्स को खंगाला गया। संदिग्धों से पूछताछ कर आरोपियों का पता लगाया गया। पुलिस टीम ने सबसे पहले खेड़ी सिला नागौर निवासी विष्णु पुत्र कमल किशोर शर्मा व एक नाबालिग अपचारी को गंगाशहर, सिनै मैजिक क्षेत्र के एक कमरे से दबोचा। पूछताछ में पता चला कि तीसरा नाबालिग अपचारी बीकानेर से फरार है। जिसे पीलीबंगा से दबोच लिया गया।
पूछताछ में सामने आया है कि विष्णु की स्थानीय दोनों नाबालिग अपचारियों से करीब पांच माह पूर्व फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। जिसके बाद वह यहां दो बार पहले भी आया। तीसरी बार विष्णु ने यहां आकर दोनों नाबालिगों को लूट की प्लानिंग बताई। जिस पर स्थानीय नाबालिग अपचारियों ने आसाराम की दुकान बताई। वारदात से दो घंटे पहले तीनों ने आसाराम की दुकान की रैली भी की थी।
वारदात का उद्देश्य लूट के पैसों से मौज मस्ती करना बताया जा रहा है। आरोपी पिस्टल कहां से लाए यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस की पूछताछ जारी है, पूछताछ में नागौर की वारदात सहित अन्य वारदातें खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।
उल्लेखनीय है कि एसपी प्रीति चंद्रा के निर्देशन, एएसपी शैलेन्द्र सिंह इंदोलिया व सीओ सिटी सुभाष शर्मा के डायरेक्ट सुपरविजन व थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण के नेतृत्व में एएसआई रामकरण सिंह, हैड कांस्टेबल कानदान सांदू, महावीर सिंह, दीपक यादव, अब्दुल सत्तार, कांस्टेबल वासुदेव, लखविंद्र सिंह, योगेंद्र कुमार, दिलीप सिंह व सवाई सिंह शामिल थे।
वारदात का खुलासा करने व गिरफ्तारी में हैड कांस्टेबल गजेन्द्र सिंह, उनि महेंद्र कुमार, हैड कांस्टेबल नरेश सिंह, रामचंद्र, विनोद कुमार एफसी, एचसी शाह रसूल व हनुमानगढ़ जिला स्पेशल टीम के कांस्टेबल सुलेंद्र कुमार व नरेंद्र कुमार का योगदान रहा।
उल्लेखनीय है कि एसपी प्रीति चंद्रा ने इन दिनों शहर में पुलिस टीमों के ऐसे चक्रव्यूह की रचना कर रखी है कि अपराधी के बचने के आसार जीरो हो चुके हैं। इससे पहले भी बड़ी वारदातों का खुलासा रॉकेट की स्पीड में किया जा चुका है।
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