04 September 2024 07:51 PM

	
				 
				      	 
			     
	
				 
				      	 
			     

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर में भू-माफियाओं व कब्जाधारियों से उन्हीं ज़मीनों के सुरक्षित रहने की संभावनाएं होती है, जिन पर ज़मीन मालिक 24 घंटे रहता हो। वरना हालात यह है कि नज़र हटी, दुर्घटना घटी। दूसरी तरफ पटवारियों की संदिग्ध कार्यशैली भी ज़मीनों के असली मालिकों को पीड़ित कर रही है। बीकानेर मुक्ताप्रसाद नगर थाना क्षेत्र की चकगर्बी से भी ऐसा ही मामला सामने आया। आरोप है कि यहां कुछ लोगों ने अपनी जमीन का साइज़ बढ़ाने के लिए पहले तो गोचर की दीवार तोड़कर नई दीवार बना ली। अब एक निजी भूमि की ओर बढ़ रहे हैं। मामले में हरनारायण पुरोहित परिवार ने पुलिस को लिखित शिकायत दी है। हालांकि ख़बर लिखने तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था।

परिवादी के अनुसार चकगर्बी में उनकी करीब सौ साल पुरानी 105 बीघा से अधिक ज़मीन है। पुरोहित के अनुसार सड़क के बाद गोचर की ज़मीन है, गोचर की ज़मीन के पीछे उनकी 105 बीघा ज़मीन है। वे वर्षों से उस पर काश्त भी करते आ रहे हैं। आरोप है कि कुछ लोगों की नज़र इस ज़मीन पर है। आरोपियों ने गोचर की दीवार तोड़ने के अलावा गोचर और उनकी ज़मीन की सीमा पर लगा बीसी पत्थर भी आगे खिसका दिया। इतना ही पुरोहित के खेत का रास्ता भी बंद कर दिया है।
बता दें कि यह गोचर की दीवार पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी ने खुद खड़े रहकर बनवाई थी। यह बात सर्वविदित है। मामले की जांच होनी चाहिए। प्रशासन के आला अधिकारियों को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। उल्लेखनीय है बीकानेर में ज़मीनों के ढ़ेरों ऐसे मामले हैं, जिनमें पीड़ित न्याय के लिए लाल बिल्डिंगों के चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन आधारभूत कार्यवाही के रूप में सीमा ज्ञान तक भी नहीं होता। अब देखना यह है कि इस मामले में प्रशासन कब्जा बढ़ने से पहले संज्ञान लेकर वास्तविक मालिक को राहत दिलवाता है, या कब्जा होने के बाद पीड़ित को वर्षों तक न्यायालयों के चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
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