15 March 2022 07:12 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। सैकड़ों वर्षों से जन जन को आनंद विभोर करती आ रही परंपरा परकोटे के भीतरी शहर में आज भी जीवंत है। होली पर होने वाली रम्मतें इन्हीं परंपराओं का एक जीता जागता उदाहरण है। होली के अवसर हर रोज रम्मतों का आयोजन हो रहा है। इसी कड़ी में बारह गुवाड़ चौक में होने वाली स्वांग मेहरी रम्मत का आयोजन भी आज सुबह हुआ। आज बारह गुवाड़ में श्री गणेश के प्राकट्य के साथ सूर्योदय हुआ। प्रसाद व दर्शन के लालायित भक्तों में उत्साह देखते ही बन रहा था। इसके बाद स्वांग मेहरी रम्मत आयोजित हुई।
सरस्वती वंदना, गणेश स्तुति व भैरव वंदना के बाद लावणी, शुभ चौमासा से होते हुए ख्याल गायकी के माध्यम से रम्मत अपने चरम पर पहुंची।
विजय कुमार ओझा के अनुसार बारह गुवाड़ की यह रम्मत सदियों पुरानी है। वर्तमान परिस्थितियों का वर्णन करते हुए विभिन्न अंगों में रम्मत पूर्ण होती है। यह रम्मत पंडित बंशीधर ओझा व आर के सूरदासाणी द्वारा लिखी जाती है। पूरी रम्मत जुगल किशोर ओझा(पुजारी बाबा) के सानिध्य में संपन्न होती है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी इसमें अपना अपना किरदार निभाते हैं। स्वांग बनते हैं। रम्मतों का एक उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य की विषमताओं पर प्रहार करना भी है।
-ये हैं स्वांग मेहरी रम्मत की सौ वर्षों की परंपरा के मील के पत्थर: विजय कुमार के अनुसार सौ वर्षों से चली आ रही इस परंपरा के संचालन में पूर्वजों की मुख्य भूमिका रही। स्व. तनसुखदास रंगा से शुरू हुई इस परंपरा को स्व. सुआ महाराज, स्व आशाराम पुरोहित, स्व दासी महाराज, स्व दाऊ महाराज, स्व बाबूलाल शास्त्री, स्व प्रहलाद दास ओझा व स्व नवरतन ओझा(अल्लू महाराज) ने जिंदा रखा। अब इस परंपरा को जुगल किशोर ओझा चला रहे हैं। पुजारी बाबा के सानिध्य में होने वाली रम्मत में बंशीधर ओझा, नवल उपाध्याय, आर के पुरोहित, गणेश छंगाणी, लाला बोहरा, चंद्रशेखर ओझा, काशीनाथ, शिवदत्त, रामसा छंगाणी, महेंद्र ओझा सहित कई युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।
-ख़बरमंडी न्यूज़ ने किया रम्मत प्रथा को आगे बढ़ाने वाले हीरों का सम्मान: रम्मत हमारी संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। इसे जिंदा रखने में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी का महनीय योगदान है। इसी को ध्यान में रखते हुए ख़बरमंडी न्यूज़ ने इस बार बारह गुवाड़ की स्वांग मेहरी रम्मत के कुछ कलाकारों का सम्मान किया। इसके तहत बुजुर्गों सहित नयी पीढ़ी को भी शामिल किया गया। रम्मत के दौरान ख़बरमंडी चीफ पत्रकार रोशन बाफना ने जुगल किशोर ओझा(पुजारी बाबा), विजय कुमार ओझा, नवल उपाध्याय, काशी नाथ शास्त्री, जेठमल ओझा, गणेश छंगाणी, उमाशंकर ओझा(कानजी), आनंद ओझा, दामोदर ओझा, शिवदत्त ओझा, महेंद्र ओझा, रामसा ओझा आदि को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। फोटो जर्नलिस्ट राजेश ओझा ने रम्मत की कवरेज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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