14 September 2021 10:38 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। साढ़े तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म व हत्या के आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। मामला छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से जुड़ा है। राजनांदगांव के कोतवाली थाना क्षेत्र में चिखली के कांकेतरा गांव में 22 अगस्त 2020 को एक बच्चा गुमशुदा हो गई थी। परिजनों ने इधर उधर तलाश की, ना मिलने पर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने तलाश व आसपास पूछताछ शुरू की तो पता चला कि गांव के ही शेखर कोर्राम को बच्ची के साथ देखा गया था। संदिग्ध मानते हुए देर शाम पुलिस ने शेखर के घर दबिश दी। घर की तलाशी ली गई, तो पलंग व दीवार के बीच बच्ची का शव मिल गया।
पुलिस ने शेखर को गिरफ्तार कर लिया। मात्र साढ़े तीन साल की नन्ही बच्ची से दरिंदगी करने वाले इस हैवान ने पुलिस को बताया कि वह बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर साथ ले गया था। घर ले जाकर उससे दुष्कर्म किया। बच्ची चीख रही थी तो उसने तकिए के कवर से उसका मुंह दबाकर हत्या कर दी। वह शव को ठिकाने लगाने की तैयारी में ही था कि पुलिस ने घर में दबिश दे दी।
मामले में पुलिस ने कैश ऑफिसर स्कीम के तहत जल्द कार्रवाई करते हुए डीएनए रिपोर्ट आते ही 19 सितंबर 2020 को चालान पेश कर दिया था। समाज के बीच हुई इस बेहद शर्मनाक घटना से शहर आक्रोशित था। जगह जगह प्रदर्शन और रैलियां हुईं। आखिरकार चालान पेश होने के एक साल पूर्ण होने से पहले हैवान शेखर को फांसी की सजा सुना दी गई है।
फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज ने टिप्पणी की है कि समाज के लिए घृणित और कलंक फास्ट ट्रैक एडीजे कोर्ट ने एक साल चली सुनवाई के बाद सोमवार को शेखर कोर्राम को मौत की सजा सुनाई है। जस्टिस शैलेष शर्मा ने निर्णय में लिखा है कि यह समाज के लिए घृणित हरकत और कलंक है। आरोपी की मौत के बाद ही बच्ची को असल न्याय मिलेगा।
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