30 January 2022 11:16 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पूर्व विधायक व जिला प्रमुख अजमेर सुशील कंवर के पति भंवरसिंह पलाड़ा पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला सब इंस्पेक्टर ने रुख बदल लिया है। महिला एसआई का कहना है कि उसने आवेश में आकर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने हेतु परिवाद दिया था। लेकिन बाद में मुकदमा दर्ज ना करने की लिखित अर्जी भी दे दी। इधर शासन ने मामले में किशनगढ़ पुलिस ट्रेनिंग सेंटर के कमांडेंट संजय गुप्ता व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह जोधा को निलंबित कर दिया है।
-यह था मामला--- भीलवाड़ा में तैनात एक महिला सब इंस्पेक्टर ने शुक्रवार को पूर्व भाजपा नेता भंवरसिंह पलाड़ा के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दी। वहीं नागौर के तत्कालीन एएसपी संजय गुप्ता, भंवरसिंह के चालक रविन्द्र, बजरंग, पीए किशनपुरी, बॉडीगार्ड करण, नौकर विजय, जोधपुर निवासी सांग सा, मनीषा, धीरज, महिला कांस्टेबल रश्मि व अजमेर निवासी शिव बन्ना आदि 12 लोगों को सह आरोपी भी बनाया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया। जांच शाहपुरा एडिशनल एसपी चंचल मिश्रा को दी गई।
सब इंस्पेक्टर ने एसपी को दी रिपोर्ट में बताया कि आरोपी अजमेर निवासी भंवर सिंह पलाड़ा ने 2018 से 2021 तक उससे कई बार दुष्कर्म किया। वह जब नागौर में पोस्टेड थी तब अजमेर तबादला करवाने का प्रयास कर रही थी। अजमेर तबादला होने से वह अपने बीमार पिता की देखरेख कर पाती। इस संबंध में उसने तत्कालीन एएसपी संजय गुप्ता से मिलकर अजमेर आईजी ऑफिस में पोस्टिंग करवाने का आग्रह किया। गुप्ता ने पलाड़ा से बात करने को कहा। इसी बहाने मुलाकात हुई। पलाड़ा ने इसी बहाने मेलजोल बढ़ाया। बाद में उसका ट्रांसफर भीलवाड़ा हो गया। ट्रांसफर के बाद पलाड़ा ने फोन कर मसूदा बुलाया मगर उसने इंकार कर दिया। जून 2018 के बाद पलाड़ा उसे रोज मैसेज व फोन करने लगा। 2018 के चुनाव रिजल्ट के बाद 13 दिसंबर की शाम को भंवरसिंह ने उसे फोन किया। कहा कि उसकी गाड़ी खराब हो गई है, वह टोल नाके पर खड़ा है। कुछ देर रुकने के बहाने वह उसके क्वार्टर पर आ गया। जहां आरोपी ने रिवाल्वर दिखाकर उससे दुष्कर्म किया।
सब इंस्पेक्टर ने आरोप लगाया कि भंवर सिंह ने उससे शादी कर पत्नी का दर्जा देने का झांसा देकर अजमेर, जयपुर व मसूदा में कई बार दुष्कर्म किया। विश्वास में लेने के लिए परिजनों से भी मिलवाया। उसने शादी का पूछा तो कहा कि उसके पास वीडियो व फोटो है, जो वायरल करके बदनाम कर देगा। महिला कांस्टेबल के जरिये भी धमकियां दिलवाई। आरोप है कि एएसपी संजय गुप्ता से भी एफ आई आर दर्ज ना करवाने के लिए धमकियां दिलवाई गई। उसने यह बात भीलवाड़ा के तत्कालीन एसपी विकास शर्मा को बताई। एएसपी गजेन्द्र सिंह जोधा ने ऑफिस बुलाकर सारी बात पूछी। बात बताई भी, मगर उसने बातों को नजरंदाज कर दिया।
-ऐसे पलटी महिला सब इंस्पेक्टर-- एसपी के अनुसार उन्हें शिकायत मिली तो नियमानुसार मुकदमा दर्ज किया। जांच अधिकारी चंचल मिश्रा ने बयानों की कार्यवाही शुरू कर दी है। बयानों में ही परिवादिया अपनी बात रख सकेगी। बयानों के आधार पर ही कार्रवाई होगी। वहीं सब इंस्पेक्टर ने कहा है कि उसने आवेश में आकर मुकदमा दर्ज करवाने का परिवाद दिया था। बाद में उसने आईजी रूपिंदर सिंह व एसपी आदर्श कुमार को लिखित में अपनी बात कह दी थी। वह अब इस मामले में कार्रवाई नहीं चाहती। लेकिन उसे बदनाम करने की नीयत से थानाधिकारी ने मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि एसपी ने एडिशनल एसपी को पत्र भेज दिया था।
बताया जा रहा है कि भंवर सिंह की पत्नी सुशील कंवर मसूदा की पूर्व विधायक व अजमेर की वर्तमान जिला प्रमुख हैं। वहीं स्वयं भाजपा नेता रहे हैं। सुशील कंवर ने भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा तो पार्टी ने दोनों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। बाद में सुशील कंवर ने कांग्रेस से तालमेल कर जिला प्रमुख बनीं।
बता दें कि मामले में एएसपी संजय गुप्ता व एएसपी गजेन्द्र सिंह जोधा मुश्किलों में पड़ गए हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि महिला सब इंस्पेक्टर द्वारा एफआईआर दर्ज ना करने के लिए एसपी को लिखा पत्र भी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल इस पत्र में पीड़िता सब इंस्पेक्टर का नाम भी लिखा हुआ है। जबकि दुष्कर्म पीड़िता की पहचान उजागर करना दंडनीय अपराध है। ऐसे में पत्र वायरल करने वाले शरारती तत्व भी मुश्किल में पड़ सकते हैं, बशर्ते पुलिस इस गंभीर विषय पर संज्ञान ले।
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