12 August 2021 09:48 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। कौन कहता है ईमानदारी मर गई। जिसको भी लगे कि दुनिया में अब सच्चाई, ईमानदारी और नेकी सिर्फ बातों में बची है, वो एक बार बीकानेर आए। बीकानेर के एक ग्रामीण परिवेश के एक युवा ईमानदारी का परिचय से बीकानेर का मान बढ़ाया है।
दरअसल, सिंथल निवासी देवराज चारण दो दिन पूर्व फड़ बाजार से गुजर रहा था। तभी उसे सड़क पर नोट पड़े दिखे। उठाकर देखा तो कुल 9200 रूपए थे। देवराज ने आसपास लोगों से पूछा, मगर संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिला। पैसों का असली मालिक ना मिलने पर युवक ने पास की दुकान पर अपना नाम व मोबाइल नंबर नोट करवा दिया। युवक ने फोटो जर्नलिस्ट दिनेश गुप्ता से संपर्क कर राय ली। दो दिन बाद आज जब दुकानदार के पास आए किशन गिडवानी ने पैसे खोने की बात कही तो देवराज से संपर्क किया। गुप्ता और देवराज पहुंचे मगर पैसे किशन के होने की पुष्टि मुश्किल थी। किशन ने बताया कि वह हमेशा पैसों के साथ 786 नंबर वावे दो नोट भी रखता है। देवराज ने वोट नंबर जांचे तो उसमें दो नोट 786 नंबर वाले भी मिले। इस पर सड़क पर मिले 9200 रूपए किशन के होने की पुष्टि हुई। किशन को पैसे लौटा दिए गए। देवराज की ईमानदारी और असल मालिक तक पैसे पहुंचाने के प्रति जवाबदेही सराहनीय है।
देवराज की इस ईमानदारी से खुश होकर किशन ने उसे मिठाई खिलाकर आभार व्यक्त किया।
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