25 February 2022 01:09 AM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। गुरुवार को बीकानेर में एक ऐतिहासिक घटना घटी। इस दिन ज्ञान विधि महाविद्यालय के प्रांगण में निशुल्क विधि कक्षाओं का श्रीगणेश हुआ। ऐतिहासिक इसलिए कि बीकानेर विधि शिक्षण के क्षेत्र में ऐसा पहली बार हुआ जब आरजेएस सहित विधि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र छात्राओं को निशुल्क शिक्षा मिलेगी।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के. पवन, अध्यक्ष पूर्व चेयरमैन बार काउंसिल ऑफ राजस्थान एडवोकेट कुलदीप शर्मा, विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए एच गौरी, बार एसोसिएशन सभापति एडवोकेट मुमताज अली भाटी, प्राचार्य राजकीय विधि महाविद्यालय भगवानाराम विश्नोई तथा पू्र्व अध्यक्ष कमल नारायण पुरोहित थे।
संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने बच्चों को सफलता के रहस्य बताते हुए हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रतिभावान विद्यार्थी साधन-संसाधन के अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहे, इसी सोच के साथ यह शुरुआत की गई है। निशुल्क कोचिंग में दक्ष व अनुभवी शिक्षकों का मार्गदर्शन मिलेगा। उन्होंने अपील की कि विद्यार्थी एक धुन होकर तैयारी करें। संभागीय आयुक्त ने भविष्य में अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु भी निशुल्क कोचिंग लगाने का सुझाव दिया।
राजकीय विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ भगवानराम विश्नोई ने कहा कि विधि व न्यायिक सेवाओं में बीकानेर का प्रभावी प्रतिनिधित्व रहा है। ऐसे में यह निशुल्क कोचिंग विद्यार्थियों के भविष्य के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ताओं से समय समय पर मार्गदर्शन की अपील भी की। ज्ञान विधि के प्राचार्य डॉ बीएल विश्नोई ने स्वागत उद्बोधन देते हुए निशुल्क कोचिंग के विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालय की लाइब्रेरी की सुविधा भी निशुल्क देने की घोषणा की।
एडवोकेट कुलदीप शर्मा ने इस पहल को विधि क्षेत्र के उत्थान के लिए उपयोगी बताया। एडवोकेट मुमताज अली भाटी ने अपनी पुत्रवधू का उदाहरण देते हुए समाज के लिए सकारात्मक संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बहु बेटियों को भी आगे बढ़ने के अवसर देना चाहिए। उनकी पुत्रवधू के आरजेएस बनने की कहानी ने सदन में उत्साह भर दिया। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एडवोकेट धनराज सोनी ने बताया कि निशुल्क कोचिंग के लिए 70 पंजीकरण हुए हैं। कक्षाएं प्रत्येक गुरूवार से शनिवार सायं 4:30 से 6 बजे तक आयोजित होगी। धनराज सोनी ने बताया इस दौरान डॉ अनंत नारायण जोशी, डॉ सिद्धार्थ असवाल व डॉ योगेश पुरोहित आदि मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि इस ऐतिहासिक शुरुआत के सूत्रधार संभागीय आयुक्त डॉ नीरज के पवन है। वहीं एडवोकेट धनराज सोनी पवन की इस सोच को साकार करने वाले धागे हैं। जब पवन डूंगरपुर कलेक्टर हुआ करते थे, तब एडवोकेट धनराज भी वहीं अपनी सेवाएं दे रहे थे। उस दौरान भी पवन ने विधि विद्यार्थियों के लिए इसी तरह निशुल्क कोचिंग चलाई थी। जिसके नोडल अधिकारी एडवोकेट धनराज ही हुआ करते थे। अब बीकानेर में भी दोनों का संयोग मिला तो यह पहल हुई।
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