21 June 2021 03:34 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। गंगाशहर हादसे के मृतकों के आश्रितों को मुआवजा दिलाने को लेकर दिया धरना आखिर समाप्त हो गया। परिजन शव लेने को राजी हो गए हैं। शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। कांग्रेस नेता व समाजसेवी गोपाल गहलोत के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार सहमति बनीं। अब मृतकों के आश्रितों को अलग अलग मदों में कुल 13-13 लाख रूपए का मुआवजा मिलेगा। वहीं सरकारी नौकरी का प्रस्ताव भी भिजवा दिया गया है। मुआवजा राशि में से मुख्यमंत्री योजना के तहत 1-1 लाख रूपए की घोषणा बीती रात ही कर दी गई थी। वहीं वार्ता में श्रमिक कार्ड से पांच पांच लाख रूपए दिलवाने पर सहमति बनीं। इसके अतिरिक्त बिल्डिंग मालिक तरुण यादव व ठेकेदार सांवरलाल को मिलकर सात सात लाख रूपए तीनों मृतक आश्रितों को देने होंगे। इसके अतिरिक्त मुकदमें भी राजीनामा होने की जानकारी मिल रही है।
गोपाल गहलोत ने बताया कि दो मृतकों के श्रमिक कार्ड मौजूद हैं, उनके लिए प्रशासन प्रस्ताव भेज देगा। तीसरे का श्रमिक कार्ड अभी मिला नहीं है। अगर कार्ड नहीं है तो किसी न किसी प्रक्रिया के तहत मदद करवाई जाएगी।
बता दें कि रविवार शाम गंगाशहर पेट्रोल पंप के पास स्थित बिल्डिंग का ऊपरी ढांचा ध्वस्त हो गया था। हादसे में भीनासर निवासी शेखरचंद पुत्र मालाराम रेगर, नेमीचंद पुत्र लादूराम व देवकरण पुत्र लादूराम की मौत हो गई। तीनों मृतक एक ही परिवार के थे। इनमें से दो सगे भाई थे। आज सुबह से ही पार्षद नंदू गहलोत की अगुवाई में सर्वसमाज के लोग मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। मांगें पूरी ना होने तक शव ना उठाने पर अड़े रहे।
तीनों मृतकों के आश्रितों को 20-20 लाख रूपए, सरकारी नौकरी व आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की गई। प्रशासन व पुलिस से बार बार वार्ता हुई मगर सहमति नहीं बनीं। वार्ता में गजेंद्र सांखला, पार्षद मनोज विश्नोई भी शामिल रहे। अंतिम रूप से गोपाल गहलोत ने हस्तक्षेप करते हुए वार्ता की। एडीएम सिटी, एडीएम प्रशासन, निगम आयुक्त, सीओ सदर सहित अधिकारियों व ठेकेदार से वार्ता कर मुआवजे, नौकरी आदि मांगें पूरी करवाई गई। ख़बर लिखने तक शव का पोस्टमार्टम जारी था।
बता दें कि पांचों घायलों को भी मुख्यमंत्री की योजना के तहत 20-20 हजार रूपए दिए जाएंगे।
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