21 June 2024 07:21 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। 15 जून की शाम जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र के घड़सीसर पुलिया के पास कोटड़ी रोड़, डंपिंग यार्ड के कचरे में मिले मुंह व हाथ कटी महिला के मामले की गुत्थी बीकानेर पुलिस ने सुलझा ली है। मृतका की पहचान भी हो गई व दो हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पुलिस को मृतका का मुंड व दोनों हाथ भी मिल गये हैं।
एसपी तेजस्वनी गौतम के अनुसार मृतका की पहचान शंकर नगर, वार्ड नंबर 9 व जिला पाली निवासी 34 वर्षीय मुस्कान पत्नी मोहम्मद रफीक के रूप में हुई है। वहीं मुस्कान की हत्या के आरोप में पुलिस ने भुवाना, झुंझुनूं निवासी 37 वर्षीय विकास माल पुत्र स्व लीलाधर जाट व पीलीबंगा, हनुमानगढ़ निवासी 35 वर्षीय संगीता पत्नी स्व गोपालसिंह के रूप में हुई है। दोनों आरोपी वर्तमान में जोधपुर की लालसागर कॉलोनी में रहते हैं। मृतका मुस्कान भी दोनों आरोपियों के साथ एक ही घर में रहती थी।
-लिव इन व वेश्यावृत्ति के घिनौने सच में छिपा है हत्या का रहस्य:- पुलिस के अनुसार आरोपी विकास व आरोपिया संगीता लिव इन रिलेशनशिप में रहते हैं। संगीता विधवा है।
मुस्कान व विकास कोविड से पहले से ही एक दूसरे को जानते थे। 2019 में संगीता भी विकास के संपर्क में आई। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे। बाद में मुस्कान को भी साथ रख लिया। दोनों आरोपी वेश्यावृत्ति का धंधा करवाने का काम करते हैं। मृतका मुस्कान भी इसी काम में लिप्त थी। दोनों आरोपी मुस्कान के जिस्म को बेचते थे। वह पैसे व घर के बदले धंधा करती थी।
मुस्कान शराब का नशा करती थी। पिछले कुछ समय से मुस्कान द्वारा संगीता को घर से निकालने का दबाव बनाया जाने लगा। वह विकास के साथ अकेले रहना चाहती थी। इसी बात को लेकर संगीता व मुस्कान में लड़ाई झगड़े होने लगे। मुस्कान शराब के नशे में दोनों आरोपियों को वेश्यावृत्ति के राज खोलने की धमकियां देने लगी थी।
इसी डर में विकास व संगीता ने मुस्कान को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
-जोधपुर में हत्या, बीकानेर में काटी मुंडी व हाथ:- पुलिस के अनुसार आरोपियों ने जोधपुर में चलती कार में मुस्कान की हत्या की। चलती स्विफ्ट कार में मुस्कान का गला घोंट दिया गया। अब शव ठिकाने लगाने के लिए जोधपुर से बीकानेर पहुंच गये। यहां कोटड़ी रोड़ स्थित डंपिंग यार्ड में शव फेंका। शव की गर्दन सहित मुंडी व दोनों हाथ काटकर कट्टे में डालकर वापिस जोधपुर ले गये। सिर व हाथ कटा शव बीकानेर में ही छोड़ दिया। इसके बाद जोधपुर के पांचबत्ती नाले में मुंडी व हाथ भरा कट्टा फेंक दिया।
-ऐसे आया पकड़ में:- बीकानेर पुलिस को 15 जून की रात सिर व हाथ कटा अज्ञात महिला का शव मिला था। शव पर पेंटी के सिवा कुछ नहीं था। कोई क्लू नहीं था। बीकानेर पुलिस के इतिहास का यह सबसे चैलेंजिंग केस था। एसपी तेजस्वनी गौतम ने इस बर्बर हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित की। सभी टीमों को जिम्मेदारी सौंपी।
पुलिस ने तकनीकी साधनों, डॉग स्क्वायड आदि कि मदद ली, लेकिन कोई क्लू नहीं मिला। बीकानेर जिले की समस्त गुमशुदगी खंगाली गई लेकिन इस तरह की कोई महिला मैच नहीं हुई।
चूंकि शव जोधपुर बाइपास क्षेत्र में मिला, इसलिए अब पुलिस ने नागौर व जोधपुर का रुख किया। वहां की गुमशुदगियां खंगाली गई। बीकानेर से जोधपुर तक ह्यूमन इंटेलिजेंस का उपयोग किया गया। पुलिस के अनुसार ह्यूमन इंटेलिजेंस के सहारे ही आरोपियों पर शक गया। पुलिस ने आरोपियों की तहकीकात की तो सच सामने आ गया।
-विकास रहा है डकैती की आरोपी: पुलिस के अनुसार आरोपी विकास 2015 में जयपुर में हुई डकैती में शामिल रहा है। इसके अलावा वह वर्तमान में वेश्यावृत्ति का धंधा करवा रहा है। मुस्कान के अलावा वह मांग के अनुसार अलग अलग जिलों व राज्यों से वेश्यावृत्ति के लिए लड़कियां बुलवाता था।
-मुंडी व हाथ मिले, पोस्टमार्टम के बाद होगा अंतिम संस्कार:- पुलिस ने मुंडी व दोनों हाथ बरामद कर लिए हैं। अब इन अंगों का बीकानेर में पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। इसके बाद अंतिम संस्कार भी किया जाएगा। बता दें कि मृतका के बिना सिर व हाथ वाले शव का बुधवार को ही अंतिम संस्कार हिंदू रीति रिवाज से करवाया गया था। मृतका मुस्कान मुस्लिम है, ऐसे में संभव है कि अब उसकी मुंडी व हाथों को दफ़नाया जाए।
-एसपी तेजस्वनी की टीम ने सबसे बड़े चैलेंज पर महज 4 दिनों में ही पाई विजय:- बता दें कि इस ब्लाइंड व नृशंस हत्याकांड में पुलिस के पास एक भी क्लू नहीं था। ना मृतका का चेहरा था, ना कोई और पहचान। मृतका के शरीर पर भी मात्र एक पेंटी के सिवा कुछ नहीं था।
बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम की टीम ने लगातार 4-5 दिनों तक 24-24 घंटे काम करके इस ब्लाइंड मर्डर केस को खोला।
अब पुलिस ने आरोपियों पर 6 दिन का रिमांड लिया है। रिमांड में आरोपियों से गहन पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा कार आदि की बरामदगी के प्रयास किए जाएंगे।
-ये थी एसपी तेजस्वनी की खोजी टीम:- एएसपी दीपक शर्मा के नेतृत्व वाली टीम में प्रशिक्षु आईपीएस रमेश कुमार, वृताधिकारी नयाशहर श्रवण दास संत, वृताधिकारी गंगाशहर शालिनी बजाज, थानाधिकारी जयनारायण सुरेंद्र पचार, थानाधिकारी कोटगेट मनोज शर्मा, थानाधिकारी बीछवाल नरेश निर्वाण, थानाधिकारी सदर सत्यनारायण गोदारा, प्रभारी डीएसटी कुलदीप चारण, थानाधिकारी कोतवाली परमेश्वर, सब इंस्पेक्टर रेणुबाला, सब इंस्पेक्टर नरेंद्र, एएसआई साईबर सैल दीपक यादव मय टीम शामिल थी।
वहीं हैड कांस्टेबल हेतराम व कांस्टेबल शिवराज का विशेष योगदान रहा।
साईबर थाना प्रभारी गोविंद लाल व्यास, सब इंस्पेक्टर नरेंद्र, एएसआई दिलीप सिंह, हैड कांस्टेबल हेतराम, हैड कांस्टेबल मुकेश, कांस्टेबल शिवराज, कपिल, ईमीचंद व धर्मेंद्र ने आरोपियों की गिरफ्तारी की।
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