11 August 2021 12:05 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। फास्ट फूड और ट्रेंड बन चुके नशे के युग में जीभ पर नियंत्रण रखना बेहद कठिन काम बन चुका है। हालात यह है कि इंसान हर कुछ घंटों में स्वादिष्ट चीजें खाना चाहता है। फास्ट फूड व चटपटी चीजों के लिए लोग ललचाए रहते हैं। नशा करने वालों को तो हर पल मुंह में सुपारी गुटखा आदि चाहिए। लेकिन इसी दौर में भूखे रहकर कठिन तप करने का काम जैन धर्म के अनुयायी कर रहे हैं। जैनियों द्वारा कई कई दिनों तक भूखे रहकर तप करना चौंकाने वाला काम है।
गंगाशहर बोथरा चौक-2 निवासी 14 वर्षीय पूर्वा बोथरा पुत्री अरविंद बोथरा पौत्री अनूप चंद बौथरा ने भी नौ दिवस का कठोर तप कर चौंकाया है। पूर्वा ने नौ दिवस की तपस्या पूर्ण कर आज पारणा किया है। इन नौ दिनों की तपस्या के दौरान पूर्वा ने अन्न का एक दाना भी नहीं खाया। पेय पदार्थों में जल के अतिरिक्त कुछ भी नहीं पीना था। बता दें कि जल पीने के भी नियम होते हैं। तपस्या के दौरान सूर्य रहने तक ही जल पीना होता है। सूर्यास्त के बाद तपती गर्मी में भी प्यासा रहना पड़ता है।
इतना ही नहीं इस कठोर तप की अवधि पूरी कर पारणा करने के बाद भी 9-15 दिवस तक खान-पान का संयम रखना जरूरी होता है। इस अवधि में भी कम मात्रा में सादा भोजन ही मिलता है।
उल्लेखनीय है कि जैन समुदाय में एक दिन के उपवास से लेकर मास खामण यानी 30 दिन तक की तपस्या आम बात है। कहीं कहीं 60-70 दिवस की तपस्या भी देखी जाती है।
RELATED ARTICLES