11 September 2025 07:58 PM


ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। गंगाशहर थाने में तैनात एएसआई अरुण मिश्रा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी ने रिश्वत लेते रंगे हाथों धर दबोचा है। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष कुमार मय टीम ने गुरूवार शाम यह ट्रेप की कार्रवाई की। अरुण मिश्रा को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। एसीबी के अनुसार बीकानेर निवासी गौरीशंकर सोनी ने 4 दिन पहले एसीबी में अरुण मिश्रा के खिलाफ शिकायत दी थी। परिवादी ने बताया कि मारपीट के एक मामले में एएसआई अरुण मिश्रा उससे पचास हजार रुपए रिश्वत की मांग कर रहा है। परिवादी के अनुसार गंगाशहर हाल नोखा निवासी मनोज सोनी से उसका लेन-देन था। बाद में अरुण मिश्रा का फोन आया कि तुम्हारे खिलाफ मारपीट की शिकायत आई है, मुकदमा दर्ज होगा। जब गौरीशंकर एएसआई से मिला तो एटीएम से पचास हजार निकालकर लाने को कहा। इसी शिकायत पर एसीबी ने सत्यापन करवाया। हालांकि सत्यापन में 10 हजार रुपए की मांग करना साबित हुआ। वहीं गुरुवार शाम जब गौरीशंकर ने दस हजार रुपए दिए, उसी वक्त एसीबी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी को देख एएसआई ने पैसे नीचे फेंक दिए, लेकिन सबकुछ वीडियो में रिकॉर्ड हो चुका था। बाद में उसी से पैसे गिनवाए गए।
-मामले में ये है ट्विस्ट: एसीबी ने एएसआई को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। दूसरी ओर, कहानी में ट्विस्ट यह है कि जिस परिवाद के नाम पर मुकदमे की धमकी देकर रिश्वत मांगी गई, लिखित में ऐसा कोई परिवाद मिलने की बात से ही इंकार किया जा रहा है। तो क्या एएसआई ने सिर्फ मौखिक शिकायत पर ही घूस वसूली थी।
इतना ही नहीं परिवादी ने बयान दिया है कि मनोज सोनी उसे गोगागेट पर मिला था। जहां से वह उसे घर ले गया। खाना खिलाया। वापिस जाने के बाद मनोज ने उसे धमकी दी थी। गज़ब बात तो यह है कि गोगागेट से गौरीशंकर के निवास का क्षेत्र गंगाशहर थाने में ही नहीं आता। बहरहाल, एएसआई मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कार्रवाई करने वाली एएसपी आशीष कुमार मय एसीबी की टीम में एएसआई गिरधारी सिंह, कांस्टेबल कन्हैयालाल, कांस्टेबल दिलीप यादव, कांस्टेबल जमील, कांस्टेबल मनोहर, कांस्टेबल भगवान दास, डीआर गजेन्द्र सिंह व एलडीसी यजवेंद्र सिंह शामिल थे।
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