01 September 2023 03:20 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की रिपोर्ट) एडीज व मादा एनाफिलीज मच्छरों ने बीकानेर सहित पूरे राजस्थान में तांडव मचा रखा है। इन मच्छरों की वजह से डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में बीकानेर के लूणकरणसर की एक महिला की मौत का कारण भी मलेरिया बुखार रहा।
सीएमएचओ डॉ अबरार पंवार के अनुसार बीकानेर में जनवरी से अब तक डेंगू के 59 व मलेरिया के 57 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से अधिकतर केस पिछले कुछ दिनों में आए हैं। अगर लापरवाही बरती जाए तो डेंगू व मलेरिया दोनों ही बुखार जानलेवा हो सकते हैं।
डॉ अबरार के अनुसार एडीज मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है। अगर आपको तेज सरदर्द, मांसपेशियों में दर्द अथवा जोड़ों में दर्द के साथ बुखार आए तो आपको डेंगू हो सकता है। इस बुखार में उल्टी होना भी आम बात है। वहीं मांसपेशियों में जकड़न भी रहती है।
डेंगू बुखार एडीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर सुबह और शाम के समय काटता है। यह अधिकतम सौ मीटर तक उड़ सकता है। वहीं घुटनों तक की ऊंचाई पर ही उड़ पाता है। इसके लार्वा साफ पानी में लटों की तरह सरसराते देखे जा सकते हैं।
इसी तरह मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से मलेरिया बुखार होता है। अगर आपको तेज ठंड लगकर बुखार आए तो आपको मलेरिया हो सकता है। बुखार होने के बाद मलेरिया के लक्षण भी डेंगू जैसे ही हैं। मादा एनाफिलीज अधिकतम तीन किलोमीटर तक उड़ सकता है। यह मच्छर अधिकतर रात को काटता है।
इस तरह होगी सुरक्षा: डॉ अबरार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने पूरे जिले में 620 टीमें गठित की है। ये टीमें एंटी लार्वा एक्टिविटी करवा रही है। आप स्वयं भी एंटी लार्वा एक्टिविटी करके स्वयं व स्वयं के परिवार को डेंगू-मलेरिया से सुरक्षित रख सकते हैं।
डेंगू का लार्वा साफ पानी में पनपता है और एक दो दिन में भी मच्छर बन जाता है। सबसे प्राथमिक उपाय के तौर पर साफ पानी के स्रोतों यथा मटकी, पालसिये, टंकी, कुंडी, बाल्टी आदि को रोज साफ करके सुखाने के बाद ही पानी भरें। पानी की टंकी और कुंडी को रोज साफ करके सुखाया नहीं जा सकता इसलिए उनमें खाद्य तेल डाल दें। आप घर के हर एक जल स्रोत में तेल डालकर एडीज के लार्वा को पनपने से रोक सकते हैं। अगर आपके यहां मच्छर हो चुके हैं तो पूरी बांह के कपड़े पहने। शरीर को ढंककर रखें। मच्छर भगाने के साधनों का इस्तेमाल करें। यह दोनों ही मच्छर बरसात के बाद हर वर्ष आते हैं। ऐसे में कूलर की सफाई भी इन मच्छरों को पनपने से रोकती है।
बता दें कि डेंगू बुखार की वजह से प्लेटलेट्स की संख्या धड़ाम से गिर जाती है। इसी वजह से यह बुखार अधिक खतरनाक माना जाता है। हालांकि डेंगू व मलेरिया दोनों ही बुखार लीवर को नुक़सान पहुंचाते हैं।
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