30 April 2024 10:33 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। मोटरसाइकिल चोरी के मामले में नाल पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। नाल पुलिस ने चोरी के आरोप में तीन जनों को पकड़ा है। वहीं अब तक चोरी की दस मोटरसाइकिल भी बरामद की जा चुकी है। थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा ने बताया कि 2 अप्रेल को महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी के पास स्थित सरस बूथ के समीप मोहित व्यास ने मोटरसाइकिल खड़ी की थी। 15-20 मिनट देखा तो मोटरसाइकिल गायब थी। मोहित ने पुलिस को चोरी की रिपोर्ट दी थी।
मामले की जांच करते हुए पुलिस ने 16 वर्षीय नाबालिग को निरूद्ध किया। नाबालिग पर पहले से चोरी के 15 मुकदमें दर्ज हैं। वह अव्वल दर्जे का वाहन चोर हैं। उसके खिलाफ पूर्व में भी गजनेर, नाल, नयाशहर, छापर चुरू, सदर नागौर, मूंडवा नागौर, बनाड़ जोधपुर में चोरी व नकबजनी के खिलाफ मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार उसे चोरी करते हुए तीन चार साल हो चुके हैं। पुलिस का अनुमान है कि वह कागजों में नाबालिग है, लेकिन वास्तव में 18-19 साल का है। वह एक माह पूर्व ही बाल सुधार गृह से जेसी काटकर बाहर आया था। बाहर आते ही उसने चोरी की वारदातें शुरू कर दी। नाबालिग से पूछताछ में कई खुलासे हुए। पुलिस चोरी में नाबालिग का सहयोग करने व चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने के जुर्म में वार्ड नंबर 9 गजनेर निवासी 19 वर्षीय सकील उर्फ गुटियो पुत्र लाले खां व वार्ड नंबर 7 गजनेर निवासी 20 वर्षीय बाबूलाल पुत्र नेमीचंद ब्राह्मण को गिरफ्तार कर लिया। वहीं नाबालिग को जेसी करवा दिया गया है।
पुलिस सकील व बाबूलाल से पूछताछ कर रही है।
ऐसे करते हैं वारदात: विधि से संघर्षरत बालक शातिर है। वह जहां अधिक मोटरसाइकिल खड़ी रहती है, उसी स्थान को चिन्हित करता है। मोटरसाइकिल मालिक जैसे ही मोटरसाइकिल से दूर होता है वह प्लग निकालकर मोटरसाइकिल भगा ले जाता है। इसके बाद सकील को बेहद सस्ते दामों में बेचान करता है। वहीं अन्य साथी को कुछ पैसों का लालच देकर साथ रखता है। यूनिवर्सिटी के आगे से चोरी की वारदात में नाबालिग के साथ बाबूलाल शामिल था।
जांच में सामने आया है कि आरोपी चोरी किए गए वाहन ग्रामीण इलाकों में बेचते हैं। बेचने से पहले नंबर प्लेट हटा दी जाती है। दरअसल, ग्रामीणों को बेचने पर पकड़े जाने का रिस्क नहीं रहता क्योंकि खरीददार ग्रामीण ऐसे वाहन का उपयोग अधिक खेतों में करते हैं। ऐसे में पुलिस की नजर से बचे रहते हैं।
पुलिस के अनुसार अभी पकड़ी गई रॉयल एनफील्ड नागौर कोतवाली इलाके से चुराई गई थी। 3 लाख की इस बाइक को मात्र 25-30 हजार में बेचने की तैयारी थी। पुलिस कुछ दिन और इन चोरों तक नहीं पहुंचती तो ये वाहन भी बिक चुके होते। पुलिस अब गांवों में बेचे गए वाहन बरामद करने का प्रयास कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आईजी ओमप्रकाश व एसपी तेजस्वनी गौतम के निर्देशन, एएसपी सिटी व सीओ गंगाशहर शालिनी बजाज के सुपरविजन तथा थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा के नेतृत्व वाली एएसआई सुभाष चन्द्र मय टीम में कांस्टेबल रमेश 763 व कांस्टेबल पवन कुमार 988 शामिल थे। वारदात ट्रेस करने व आरोपियों को पकड़ने में पवन कुमार 988 व रमेश कुमार 763 की विशेष भूमिका रही।
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