13 November 2021 04:54 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। ख़बरमंडी पर ख़बर लगते ही ड्यूटी से बंक मारने वाले स्वास्थ्य कर्मियों सहित कुछ अधिकारी भी असंतुलित हो गए हैं। पिछले कुछ माह से शिकायतें मिल रही है कि पीबीएम के कुछ नर्सिंग व रेजीडेन्ट हाजिरी लगाकर वापिस चले जाते हैं। ड्यूटी से जी चुराकर बंक मारने वालों में नर्सिंग कर्मियों की तादाद अधिक है। इसमें भी जनाना अस्पताल के 6-7 नर्सिंग लगातार बंक मार रहे हैं। इसी खुलासे के साथ ख़बरमंडी ने ख़बर लगाई तो पीबीएम प्रशासन हरकत में आया। ख़ासतौर पर जनाना नर्सिंग अधीक्षक को एक्शन के निर्देश दिए गए। लेकिन सही कार्रवाई की बजाय नर्सिंग अधीक्षक ने एक अजीबोगरीब आदेश जारी कर दिया। आदेश में लिखा है कि अक्सर मॉर्निंग नर्सिंग स्टाफ 12 से 1 के बीच में साइन कर वापिस चला जाता है। आदेश में एक तरह अप्रत्यक्ष तौर पर ड्यूटी से बंक मारने की छूट ही दे दी गई है। आदेश है कि अगर किसी को कहीं काम से जाना है तो नर्सिंग अधीक्षक कार्यालय में जाने व पुनः आने का समय नोट करवाकर जाए। ऐसा ना करने पर सीएल काट ली जाएगी। सवाल यह है कि मात्र 6 घंटे की ड्यूटी में भी नर्सिंग कर्मचारियों में इतनी मेहरबानी करने के पीछे क्या राज है ? उल्लेखनीय है कि पीबीएम में नर्सिंग, रेजीडेन्ट सहित समस्त स्टाफ की ड्यूटी अवधि मात्र 6 घंटे है। 6 घंटे की ड्यूटी के बदले अच्छी खासी तनख्वाह व मान सम्मान मिलता है, इसके बावजूद कुछ नर्सिंग व रेजीडेन्ट कामचोरी करते हैं। इन कुछ एक स्टाफ की कामचोरी से अनेकों ईमानदार स्टाफ पर अतिरिक्त भार पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि नर्सिंग अधीक्षक की जिम्मेदारी बंक मारने वाले स्टाफ को रोकने की थी मगर अजीबोगरीब आदेश में एक तरह से बंक मारने की अनुमति दी गई है।
RELATED ARTICLES