25 September 2024 08:21 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। (ऑपरेशन शुद्धिकरण - पत्रकार रोशन बाफना की विशेष रिपोर्ट) दूध मनुष्य की पहली और जरूरी आवश्यकता है। ख़ासतौर पर बच्चों और शाकाहारियों के लिए तो दूध अतिआवश्यक पेय है। शुद्ध दूध इंसानी शरीर के लिए अधिकतर तत्वों की पूर्ति कर देता है। इतना ही नहीं इसी दूध से बने दही व घी से हम आवश्यक ऊर्जा हासिल कर स्वस्थ रहते हैं। लेकिन लालची लोगों ने दूध जैसी चीज को भी नहीं बख्शा। हालात यह है कि बीकानेर में यूरिया खाद का दूध बनाकर बेचा जा रहा है। ये जानकारी सुनने में भले ही अविश्वनीय लगती हो, लेकिन सच यह है कि बीकानेर में ऐसा कारनामा हो रहा है।
ऑपरेशन शुद्धिकरण के तहत हमने तहकीकात शुरू की तो पता चला कि जंभेश्वर नगर के अंदर एक यूरिया से दूध बनाने का अड्डा है। यहां यूरिया से दूध बनाकर, मुरलीधर रोड़ पर बेचा जाता है। दूसरा ठिकाना, गंगाशहर की चौधरी कॉलोनी में है। ये दूध बच्चों को पोषण की जगह कुपोषित कर रहा है। पैसे के लालच में मानव इतनी गंदगी फैलाने लगा है कि हमारा भविष्य बहुत बड़े संकट की ओर बढ़ने लगा है। अगर इसे नहीं रोका गया तो कैंसर अस्पताल कम पड़ जाएंगे।
बता दें कि खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा दूध की जांच आवश्यकता के अनुपात में नहीं होती। इसी वजह से यूरिया से भी दूध बनाया जाने लगा है। जनता के हित में सिस्टम को चाहिए बाजार में बिकने वाले दूध की निरंतर ऑन स्पॉट टेस्टिंग की जाए। इन लालची माफियाओं में लालच इस हद तक बढ़ चुका है कि सख्ती व बड़ी मार के बिना यूरिया से दूध बनाने का काला धंधा बंद नहीं होगा।
अब देखना यह है कि हमारा सिस्टम कितनी जागरुकता दिखाता है। बहरहाल, यह मामला महज दूध में पानी की मिलावट का नहीं बल्कि मनुष्य की नस्ल बर्बाद करने से जुड़ा है।
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