29 January 2021 01:42 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। पेट्रोल डीजल के आसमान छूते भावों से त्रस्त जनता को गहलोत सरकार ने हल्की सी राहत दी है। राजस्थान में पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट में दो प्रतिशत की कमी की गई है। इससे प्रदेश में पेट्रोल की कीमतों में करीब डेढ़ रूपए की गिरावट आई है।
गहलोत ने वैट में मामूली कमी लाते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है। गहलोत ने कहा कि केंद्र पेट्रोल पर 32.98 रूपए व डीजल पर 31.83 रूपए एक्साइज ड्यूटी के वसूल रहा है।
लेकिन हमने जब पेट्रोल की कीमतों के बारे में जानकारी जुटाई तो सामने आया कि जनता को लूटने में ना केंद्र सरकार पीछे है और ना ही राजस्थान सरकार। हालांकि राहत देने की पहल प्रदेश की गहलोत सरकार ने की है। पेट्रोल व्यापारियों की मानें तो कोविड काल में राजस्थान सरकार व केंद्र सरकार दोनों ने ही तीन-तीन बार वैट व टैक्स में बढ़ोतरी की।
जब क्रूड ऑयल अपने उच्चतम भावों में था तब भी पेट्रोल के भावों में इतनी आग नहीं लगी। लेकिन अब जब क्रूड ठंडा पड़ा है इसके बावजूद पेट्रोल से अंगारें निकल रहे हैं।
राजस्थान में सौ रूपए का आंकड़ा छू चुका पेट्रोल आज कुछ कम हुआ। आज श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 98.28 से घटकर 96.69 हो गई है। प्रदेश में पेट्रोल गंगानगर में सबसे महंगा रहता है। वहीं सिटी व रूरल में दूरी के आधार पर भी भावों में अंतर रहता है। बीकानेर सिटी में आज के भाव 94.92 रूपए हैं, यही जैसे जैसे रूरल की तरफ बढ़ेंगे भाव बढ़ते जाएंगे।
पेट्रोल से जुड़े व्यापारियों के अनुसार राजस्थान में पेट्रोल सबसे अधिक महंगा रहता है, वजह प्रदेश वैट अधिक लगाता है। वहीं ट्रांसपोर्टेशन भी मंहगे पेट्रोल का एक कारण है।
बता दें कि आज अहमदाबाद में पेट्रोल 83.69 रूपए, दिल्ली में 86.30 रूपए, पंजाब में 83.07 रूपए, चेन्नई में 88.82 रूपए, कलकत्ता में 87.69 रूपए व हरियाणा में 84.58 रूपए बिक रहा है। इन आंकड़ों को देखा जाए तो केंद्र सरकार के साथ राजस्थान सरकार भी पेट्रोल में आग लगा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस जैसे अति आवश्यक पदार्थों पर भी सरकारें आमजन को लूट रही है। जबकि आमजन अधिकतर हर चीज़ पर कर(टैक्स) दे रहा है।
RELATED ARTICLES
21 December 2021 11:40 AM