14 April 2020 11:08 PM
-रोशन बाफना
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर में राशन डिपो होल्डरों द्वारा घपले का बड़ा कच्चा चिट्ठा हाथ लगा है। बीकानेर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो सरकारी सस्ते राशन का लाभ नहीं लेते, लेकिन लॉक डाउन ने इनको भी जब राशन लेने के लिए मजबूर किया तो इन्होंने राशन कार्ड संभाले। इनको डिपो होल्डरों ने राशन देने से मना कर दिया, पूछने पर बहाना बना दिया गया। इस पर सीताराम साहू के मार्फत ख़बरमंडी न्यूज़ तक बात पहुंची। सीताराम द्वारा इन सबके राशन कार्ड के आधार पर ब्योरा निकाला गया। ख़बरमंडी ने इसकी जांच की तो सामने आया कि पूरे 19 डिपो होल्डर पिछले पांच साल से इन लोगों का राशन फर्जी तरीके से उठा रहे हैं। जिसमें गेहूं व केरोसिन का बड़ा घपला किया गया है। यह आंकड़ा केवल 13 राशन कार्डों की रिपोर्ट निकालने पर सामने आया। ख़बरमंडी न्यूज़ का अनुमान है कि अगर पूरे बीकानेर के डिपो होल्डरों की जांच की जाए तो पूरे देश को चौंका दे इतना बड़ा घपला सामने आ सकता है। वहीं पूरे राजस्थान में इस तरह से डिपो होल्डरों द्वारा घपले की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। चौंकाने वाली बात यह है कि इतने बड़े स्तर पर हो रहे घोटाले संबंधित प्रशासन की नज़रों से बचे कैसे रह सकते हैं। ख़बरमंडी न्यूज़ को सूत्रों से यह जानकारी भी मिली है कि इस घोटाले में डिपो होल्डरों की आपसी मिलीभगत के साथ-साथ बड़े लेवल पर भी मिलीभगत रहती है। ख़ास बात यह है कि राशनकार्ड धारक के दुकानदार के अलावा अन्य दुकानदारों के नाम से भी राशन उठाया जा रहा है। इससे साफ है कि इन डिपो होल्डर्स में मिलीभगत होती है। वहीं राशनकार्ड धारकों का साफ कहना है कि उनके द्वारा राशन उठाया ही नहीं गया है। ख़बरमंडी न्यूज़ के पास इनके दस्तावेज भी मौजूद है। फिलहाल हम आपको इन 19 डिपो होल्डरों के नाम उजागर कर रहे हैं, जिन्होंने लाइसेंस का दुरूपयोग कर दूसरों का हक मारा है। हमारी प्राथमिक जांच के 13 राशन कार्डों से इन 19 दुकानदारों ने फर्जी तरीके से राशन उठाया है। जिनमें लक्ष्मणराम सोनी, सह उपभोक्ता भंडार वार्ड नंबर 2, घनश्याम पारीक, हिम्मतलाल परमार, नरेश उपाध्याय, महावीर प्रसाद, दिनेश भाटी, महावीर प्रसाद, संदर स्टोर, मुख्तयार अहमद सोढ़ा, भीखी देवी, अशोक आचार्य, नाजम अली, भंवरलाल नायक, भंवरलाल जोशी, मनोज गहलोत, राजकुमार चौधरी व महेन्द्र कुमार का नाम सामने आ रहा है। अब देखना यह है कि इस बड़े घोटाले पर प्रशासन क्या कदम उठाता है।
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