11 May 2022 04:20 PM

ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। नशीली गोलियां, स्मैक, एमडीएमए, गांजा व कोडीन आदि बीकानेर को बर्बादी की ओर बढ़ा रहे हैं। इसी नशे ने मंगलवार शाम एक परिवार से उसका दूसरा बेटा भी छीन लिया। सर्वोदय बस्ती हाल बजरंग धोरा निवासी 30 वर्षीय लियाकत पुत्र गुलाम रसूल की मंगलवार शाम पीबीएम में दौराने इलाज मौत हो गई। परिजनों के अनुसार वह नशीली गोलियों का सेवन करता था। लियाकत को 15 वर्ष की उम्र से ही टर्माडोल सहित अन्य नशे की गोलियों की आदत लग गई थी। हालांकि वह सुबह शाम मिलाकर 4-5 गोलियां खाता था। हाल ही में ईद के बाद सुबह उसकी तबीयत खराब लग रही थी। दौरे(कमेड़े)भी आने लगे। परिजनों ने समझा वह ऊपरी छाया की चपेट में आ गया है। उसे मस्जिद ले गए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं था। शाम को थोड़ा ठीक हुआ तो शराब भी पी आया। उसके बाद तबीयत बिगड़ गई। उसे पीबीएम में भर्ती करवाया गया। जहां मंगलवार शाम उसने दम तोड़ दिया।
परिजनों के अनुसार लियाकत का बड़ा भाई मुख्तयार भी नशा करता था। उसकी कुछ साल पहले नशे की वजह से ही मौत हो गई। लियाकत के तीन बेटियां हैं। बड़ी बेटी की उम्र 7-8 साल है। वहीं छोटा भाई भी नशीली गोलियों का सेवन करता है। परिवार चिंतित हैं मगर कुछ नहीं कर पा रहा।
गुलाम रसूल ने तीन में से दो बेटे खो दिए हैं। लियाकत के जीजा के अनुसार नशा छुड़वाने के लिए प्रयास करते हैं मगर जगह जगह नशा उपलब्ध होने की वजह से युवा फिर से नशा करने लग जाता है।
बता दें कि शहर में हजारों युवा इस नशे की चपेट में आकर बर्बाद हो चुके हैं। हालात यह है कि ये युवा अपने शरीर का सत्यानाश करने के साथ साथ परिवार व समाज से भी दूर हो रहे हैं। ख़बरमंडी न्यूज़ लगातार नशे के खिलाफ ख़बरें प्रकाशित कर रहा है। पुलिस व प्रशासन के साथ समाज को भी चाहिए कि वे इस अभियान में सहभागी बने। पुलिस नशे के दुष्परिणामों को गंभीरता से ले। अगर जिम्मेदार नहीं जागे तो समाज बर्बाद हो जाएगा।
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