25 December 2021 08:49 PM
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। भीलवाड़ा पुलिस के दो कांस्टेबलों की हत्या के मामले में फरार चल रहे एक लाख रूपए के ईनामी बदमाश राजू फौजी की पुलिस ने एनकाउंटर किया है। शुक्रवार को अजमेर रेंज आईजी द्वारा गठित विशेष टीम को फौजी के जोधपुर ईस्ट के बनाड़ थाना क्षेत्र स्थित खोखरिया गांव में छिपे होने की सूचना मिली थी। आईजी ने जोधपुर कमिश्नर से समन्वय स्थापित किया। जोधपुर ईस्ट डीएसपी भुवन भूषण की निगरानी में बनाड़ थानाधिकारी सीताराम खोजा व डांगियावास सब इंस्पेक्टर कन्हैयालाल मय टीम का विशेष टीम के साथ समन्वय कर फौजी के ठिकानों पर दबिश दी गई। मगर फौजी वहां नहीं मिला। मुखबिर से जानकारी मिली कि फौजी सप्लाई करने गया है जो सुबह तक वापिस लौटेगा। इस पर पुलिस मुल्जिम के ठिकाने में छिप गई। सुबह फौजी डोडा सप्लाई कर मोटरसाइकिल पर भवन लौटा। उसे पुलिस के छिपे होने की भनक लगी तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस द्वारा की गई जवाबी फायरिंग में फौजी के दोनों पैरों पर गोली लग गई। वह भागने लगा मगर नीचे गिर गया। पुलिस के अनुसार गिरने से चोटें लगी। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस के अनुसार उस पर व पाबूराम पर एक एक लाख रूपए का इनाम घोषित था। फौजी 2012 से ही फरार चल रहा था। हालांकि कांस्टेबलों की हत्या 2021 में की गई थी। 10 अप्रेल 2021 की रात दस बजे कोटड़ी पुलिस ने डोडा पोस्त भरी गाड़ियों का पीछा किया था। पुलिस ने गाड़ियों की घेराबंदी की तो अज्ञात बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इस दौरान आरोपियों की बंदूक से निकली गोली कांस्टेबल ऊंकार रायका 222 के सीने पर लग गई। ऊंकार की मौत हो गई। पुलिस ने चारों तरफ नाकाबंदी की। इसी रात दो बजे रायला पुलिस टीम ने स्कॉर्पियो व बोलेरो का पीछा किया। लिरड़िया खेड़ा में घात लगाकर बैठे बदमाशों ने पीछा कर रही पुलिस टीम पर फायरिंग की। इस फायरिंग में कांस्टेबल पवन कुमार 480 की मौत हो गई। दो पुलिस जवानों के शहीद होने से पूरी राजस्थान पुलिस में हड़कंप मच गया। पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने फौजी व पाबूराम पर एक एक लाख रुपए का ईनाम घोषित किया गया। बता दें कि इससे पहले राजस्थान पुलिस आनंदपाल व पपला पर पांच पांच लाख का ईनाम घोषित कर चुकी है।
एनकाउंटर से पहले 14 बदमाशों की गिरफ्तारी: प्रदेश के इस गंभीर मामले में पुलिस ने राजू फौजी के एनकाउंटर से पहले कुल 14 बदमाशों को गिरफ्तार किया। इनमें एक लाख का ईनामी पाबूराम भी शामिल हैं। भाडवी, बागौड़ा, जालौर निवासी पाबूराम गोरसिया पुत्र हनुमान राम जाट को पुलिस ने 7 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले मतवालों की ढ़ाणी बिलाड़ा निवासी सुनील डूडी पुत्र ओपाराम विश्नोई, कागटों का बास, डांगियावास निवासी रामदेव जाट पुत्र सुखाराम, नांदिया प्रभावती, भोपालगढ़ निवासी नैतराम विश्नोई पुत्र पोकरराम, अरटिया कला, भोपालगढ़ निवासी रामनिवास जाट पुत्र मंगलाराम, डोलियावास, डांगियावास निवासी पारस जाट पुत्र ओमाराम, सियागों की ढ़ाणी, बुड़किया, भोपालगढ़ निवासी रामदीन उर्फ विकास उर्फ विक्की जाट पुत्र धर्माराम, नांदड़ाकलां, बनाड़ निवासी सुनील राम विश्नोई पुत्र भींयाराम विश्नोई, भारणी, रिंगस निवासी महेश कुमार जाट पुत्र ख्यालीराम, खारा, फलौदी निवासी दिनेश विश्नोई पुत्र गणपतराम, सिवाणा, बाड़मेर निवासी यशवंत उर्फ बंटी भायल पुत्र पदम सिंह, भगत की कोठी निवासी पुष्पेंद्र गौड़ पुत्र हेमसिंह, चितौड़गढ़ निवासी रमेश विश्नोई, कांवा, भगतासनी निवासी प्रकाश विश्नोई पुत्र घेवराराम को गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से रमेश विश्नोई ने चितौड़गढ़ न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था, जिसे भीलवाड़ा पुलिस को सौंप दिया गया।
-राजू फौजी के खिलाफ थे 22 मुकदमें- पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार फौजी के खिलाफ 2005 से 2021 के बीच 22 मुकदमें दर्ज हुए। जिनमें तीन मुकदमें हत्या के थे। इसके अतिरिक्त सभी मुकदमें जानलेवा हमला, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट, अपहरण जैसी गंभीर धाराओं में दर्ज थे। फौजी के खिलाफ यह मुकदमें जोधपुर, नागौर, बाड़मेर, जालौर, भीलवाड़ा, राजसमंद आदि जिलों के विभिन्न थानों में दर्ज थे। आरोपी आला दर्जे का बदमाश व मादक पदार्थों का तस्कर था। पकड़े जाने की स्थिति में पुलिस पर फायरिंग करने से भी नहीं चूकता था। उसके द्वारा अलग अलग समय में दो जगहों पर की गई फायरिंग में दो पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गए थे।
-प्रदेश के इस बड़े मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी से लेकर फौजी के एनकाउंटर तक था इनका रोल: आईजी अजमेर द्वारा गठित विशेष टीम में उनि सुनील ताड़ा, भीमगंज थानाधिकारी उनि सुरजीत ठोलिया, पादूकलां थानाधिकारी अशोक बिसु, साईबर सैल अजमेर हैड कांस्टेबल सरफराज, पुलिस लाईन भीलवाड़ा कांस्टेबल संजय 1730, कांस्टेबल उषाराम 2064, पादूकलां कांस्टेबल हरमेंद्र 1672, नागौर कांस्टेबल भूराराम 260 व नागौर कमांडो क्यूआरटी कांस्टेबल महेंद्र 1655 शामिल थे। वहीं मंडोर जोधपुर ईस्ट पुलिस उप अधीक्षक राजेन्द्र दिवाकर मय टीम में इंस्पेक्टर सीताराम खोजा, सब इंस्पेक्टर कन्हैयालाल, सब इंस्पेक्टर सहदेव, सब इंस्पेक्टर सुनील, थाना रायला, भीलवाड़ा, एएसआई आशीष मिश्रा, साईबर सैल भीलवाड़ा, कांस्टेबल सत्यनारायण 12, साईबर सैल भीलवाड़ा, अंकित यादव 1979, ओमप्रकाश 1555, बीरम 915, बीरबल 3044, महेंद्र 1623, पुनाराम 244, श्यामसुंदर 2048 व राजेश 1810 शामिल थे।
RELATED ARTICLES