30 September 2021 10:16 PM
-रोशन बाफना की रिपोर्ट
ख़बरमंडी न्यूज़, बीकानेर। रीट परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह का एक और सदस्य गंगाशहर पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। आरोपी की पहचान गंगाशहर चौधरी कॉलोनी निवासी 30 वर्षीय राकेश पुत्र रेवंतराम जाट के रूप में बताई जा रही है। थानाधिकारी राणीदान चारण ने बताया राकेश मुख्य अभियुक्त तुलसाराम कालेर का साथी है। राकेश के घर पर ही नकल से जुड़ी गतिविधियां होती थी। रीट परीक्षा से एक दिन पहले 25 सितंबर को राकेश ने एक बस किराए पर ली। इसी बस में करीब 15-20 परीक्षार्थियों को बिठाकर जयपुर रोड़ ले गया। जयपुर रोड़ पर तुलसाराम भी बस में सवार हो गया। इसी रोड़ पर बस के अंदर नकल करने की ट्रेनिंग दी गई। यहीं तुलसाराम ने परीक्षार्थियों को नकल वाली इलेक्ट्रॉनिक चप्पल व अन्य डिवाइस की कार्यप्रणाली समझाते हुए पूरी प्लानिंग समझाई। पुलिस राकेश से पूछताछ कर कालेर के ठिकानों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। कालेर अब तक फरार चल रहा है। बता दें कि 25 की रात से 26 की सुबह तक गंगाशहर पुलिस ने महिला सहित पांच जनों को दबोचा था। इनमें तीन परीक्षार्थी भी थे। गंगाशहर पुलिस की इस कार्रवाई की गूंज प्रदेशभर में फैली। इसी कार्रवाई से मिले इनपुट के आधार पर जेएनवीसी सहित प्रदेश के अन्य जिलों के कुल पांच और नकलची पकड़े गए। वहीं अब कालेर का शागिर्द राकेश जाट भी पकड़ा गया है।
जानकारी के अनुसार आरपीएस अधिकारी का पति तुलसाराम कालेर सब इंस्पेक्टर था। उसे बर्खास्त कर दिया गया था। इस बीच उसने आर ए एस की परीक्षा भी दी। परीक्षा उत्तीर्ण तो कर ली लेकिन सब इंस्पेक्टर से बर्खास्त होने के कारण वह नौकरी नहीं कर सकता था। बताया जाता है कि कालेर पिछले दस सालों से हर परीक्षा में नकल करवाता रहा है। नकल के इस गेम में वह हर वर्ष करोड़ों रूपए बनाता है। जेएनवीसी थाने में 2013-14 में उसके खिलाफ तीन मुकदमें हो रखे हैं। वहीं वर्तमान के मुकदमों सहित उसके खिलाफ कुल सात मुकदमें बताए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि हर प्रतियोगी परीक्षा में हुई धांधली व नकल में कालेर का हाथ निकलेगा। फिलहाल पुलिस चाणक्य इंस्टीट्यूट के मालिक तुलसाराम कालेर की तलाश कर रही है। सवाल यह है कि इस बार भी वह बच निकलेगा या युवाओं के भविष्य व सिस्टम को तबाह करने वाली इस दीमक को लंबी जेल यात्रा करवाने में पुलिस कामयाब होगी।
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